छठ और सूर्यदेव का रिश्ता बेहद खास है। यही वजह है कि छठ के मौके पर भगवान सूर्य की सुनहरी आभा से युक्त व्यंजनों का भी विशेष महत्व है। इस मौके पर बनने वाले पकवान ठेकुआ का स्वाद बीते कुछ वर्षों से लखनवी जुबां में कुछ इस तरह घुल-मिल गया है कि लोग बेसब्री से छठ का इंतजार करते हैं। सूर्यदेव को अर्पित किए जाने वाले मौसमी फलों और सब्जियों के साथ ही प्रसाद में ठेकुआ का विशेष महत्व है। घरों में ठेकुआ बनाने की तैयारियों के साथ ही इसकी खुशबू से घर-आंगन महकने लगे हैं। लखनवी जायका में इस बार दे रहे हैं ठेकुआ के लाजवाब स्वाद और इससे जुड़े कुछ किस्सों की जानकारी…
छठी मइया को पसंद है ठेकुआ
ऐसी मान्यता है कि जिस तरह किसी भी कथा में भगवान को पंजीरी का भोग अर्पित किया जाता है, ठीक वैसे ही छठी मइया को ठेकुआ बहुत पसंद है। इंदिरानगर निवासी, डॉ. प्रिया सिंह कहती हैं, छठ के मौके पर व्रती महिलाएं छठी मइया को अर्पित करने के लिए गुड़, गेहूं की नई बाली के आटे और देशी घी से पहले पांच ठेकुआ तैयार करती हैं। यह भी मान्यता है कि छठी मइया से जो भी वरदान मांगो वह पूरा होता है।
वहीं, अनीता शर्मा कहती हैं, छठ की पूजा में बनने वाला ठेकुआ के लिए मेरी दादी और मां बताती थीं कि छठ के समय मौसम बदलता है और ठंड शुरू हो जाती है। छठ पर घरों में पूजन में इस्तेमाल होने के अलावा भी अधिक मात्रा में ठेकुआ तैयार किए जाते हैं जो पर्व खत्म होने के बाद भी काफी दिनों तक खाए जाते हैं।
पौष्टिक तत्वों से भरपूर
वृंदावन निवासी कलावती कहती हैं, इस मौसम में स्वादिष्ट ठेकुआ को सुबह के नाश्ते में खाने के बाद हल्का गर्म दूध पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। साथ ही प्रसाद ग्रहण करने का भी अहसास होता है। गेहूं, गुड़, देशी घी और मेवों से तैयार स्वादिष्ट ठेकुआ संपूर्ण पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है।
सामग्री : एक किलो गेहूं का आटा (हाथ की चक्की यानी जांत का पिसा आटा ज्यादा बेहतर होता है) 400 ग्राम गुड़, लगभग 600 मिली देशी घी, दो चम्मच मोटी सौंफ, 50 ग्राम बारीक कटा हुआ नारियल।
विधि : गुड़ को बारीक कूटकर 50 मिली पानी में भिगो दें। आटे में नारियल और सौंफ मिलाकर मिश्रण तैयार करें अब इसमें करीब 150 मिली घी हल्का गर्म करने के बाद मिश्रण में डालकर अच्छी तरह मिलाएं। अब इसमें गुड़ भी हाथ से मसलते हुए मिलाएं, ध्यान रखें कि गुड़ मिक्स हो जाए कोई टुकड़ा रह न जाए। अब थोड़ा-थोड़ा गुड़ वाला मिश्रण आटे में मिलाते हुए आटा गूंथ लें आटा थोड़ा सख्त रखें। अब छोटी बॉल के आकार जितना गूंथा हुआ आटे को हथेलियों की मदद से दबाएं । इसी तरह सारे ठेकुआ तैयार करें। अब कड़ाही में देशी घी डालकर मध्यम गर्म करें और एक खेप में सात से आठ ठेकुआ डालकर मध्यम आंच पर ही गहरी सुनहरे रंगत होने पर तलकर निकाल लें। इसी तरह सारे ठेकुआ तैयार करें। आटा, गुड़ और देशी घी से तैयार यह स्वादिष्ट पकवान किसी मिठाई से कम नहीं। खास बात यह है कि इसे पंद्रह-बीस दिन तक रखकर खा सकते हैं।