ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक विधायकों की बगावत के चलते कमलनाथ सरकार को सत्ता से विदा होना पड़ा है और 15 महीने के वनवास के बाद बीजेपी ने सत्ता में वापसी की है. शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बने हैं, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष कौन बनेगा इस पर संशय बरकरार है. ऐसे में सवाल उठता है कि पिछली सरकार में स्पीकर रहे सीतासरन शर्मा पर शिवराज सिंह चौहान इस बार भी मेहरबान होंगे या फिर प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी निभा रहे जगदीश देवड़ा की ताजपोशी होगी?
शिवराज की नई सरकार में विधानसभा अध्यक्ष की तलाश शुरू हो गई है. स्पीकर के लिए बीजेपी में जोड़-तोड़ शुरू हो गई है. हालांकि मध्य प्रदेश विधानसभा में दलीय स्थिति को देखकर यह माना जा रहा है कि अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा. ऐसे में बीजेपी किसी एक विधायक को उम्मीदवार बनाएगी जो वरिष्ठ होने के साथ सियासी समीकरण भी साध सके.
स्पीकर पद के लिए सीतासरन शर्मा बड़े दावेदार हैं. शर्मा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के करीबी माने जाते हैं. शिवराज सरकार के पिछले कार्यकाल में भी सीतासरन स्पीकर रहे हैं. वहीं, विधानसभा के वरिष्ठ सदस्य जगदीश देवड़ा का नाम भी स्पीकर पद के लिए प्रमुखता से लिया जा रहा है. हालांकि स्पीकर के पद के लिए कई और विधायक भी दौड़ में माने जा रहे हैं.
मध्य प्रदेश की होशंगाबाद सीट से सीतासरन शर्मा विधायक हैं. उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार सरताज सिंह को हराया था. इससे पहले 2013 के चुनाव में सीताशरण शर्मा ने कांग्रेस के रवि किशोर जायसवाल को हराकर कब्जा जमाया था. वहीं, जगदीश देवड़ा मध्य प्रदेश की 15वीं विधानसभा में सबसे वरिष्ठ सदस्य होने के नाते प्रोटेम स्पीकर चुना गया है, जिसके बाद अब उन्हें विधानसभा अध्यक्ष का प्रबल दावेदार माना जा रहा है.
कमलनाथ सरकार में विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के पद कांग्रेस के पास थे. शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही विधानसभा अध्यक्ष पद से एनपी प्रजापति ने इस्तीफा दे दिया था और मंगलवार को विधानसभा उपाध्यतक्ष हिना कांवरे ने भी इस्तीफा दे दिया है. सत्ता पर काबिज बीजेपी भी इन दोनों पदों को अपने पास रखने की पूरी कोशिश करेगी. ऐसे में शिवराज सिंह चौहान अपने नजदीकी सीतासरन शर्मा को स्पीकर की कुर्सी देकर अन्य दावेदारों में से किसी को डिप्टी स्पीकर का पद देकर सभी को संतुष्ट करने का दांव चल सकते हैं.