रायपुर। काफी कशमकश के बाद ऑटोमोबाइल कंपनियों ने हद तक राहत की सांस ली है। प्रदेश भर में 40 हजार दोपहिया और चार पहिया वाहनों की बिक्री को लेकर पूरा सेक्टर असमंजस में था, लेकिन अब बीएस-40 वाहन 30 मार्च तक बेच सकेंगे। 40 हजार वाहनों में 75 फीसद दोपाहिया और 25 फीसद चार पहिया वाहन हैं। राडा अध्यक्ष मनीषराज सिंघानिया ने बताया कि तारीख बढ़ने से ऑटोमोइल सेक्टर को राहत मिली है। बीएस-4 वाहनों में उपभोक्ताओं के लिए विशेष ऑफर दिए जा रहे थे अब त्योहारी सीजन का भी लोग फायदा उठा सकेंगे। जिसमें ग्राहकों को बीएस-4 मॉडल में नए-नए उपहार मिलेंगे।
अब प्रदेश में भी 30 मार्च तक बीएस-4 वाहनों के पंजीयन हो सकेंगे। बीएस-4 वाहनों के पंजीयन दस्तावेज 31 मार्च तक आरटीओ कार्यालय में जमा किए जा सकते हैं।
आदेश के बाद आगामी एक अप्रैल से बीएस-6 को अनिवार्य कर दिया गया है। इस मानक की गाड़ी से प्रदूषण बेहद कम होने की उम्मीद है। इसी को ध्यान में रखकर अब ऑटो कंपनियां बीएस-6 गाड़ियां लॉन्च कर रही हैं।
बीएस-6 लागू होने के बाद प्रदूषण को लेकर पेट्रोल और डीजल कारों के बीच ज्यादा अंतर नहीं रह जाएगा। डीजल कारों से 68 फीसद और पेट्रोल कारों से 25 फीसदी तक नाइट्रोजन ऑक्साइड का उत्सर्जन कम हो जाएगा। साथ ही डीजल कारों से पीएम का उत्सर्जन 80 फीसद तक कम होने की संभावना है।
बीएस-6 मानकों को लागू करने के निर्णय के बीच कई ग्राहकों के मन में संशय पैदा हो गया और वे नई गाड़ी खरीदने के लिए 1 अप्रैल 2020 तक का इंतजार करने लगे। यहीं नहीं डीलर भी अपने बीएस-4 के बचे स्टॉक को खत्म करने को लेकर परेशान हैं। इस संशय को दूर करने के लिए ग्राहकों के सवालों के जवाब दिए जा रहे हैं।