इंदौर । भूमाफिया बॉबी छाबड़ा और उसके साथी संदीप रमानी पर पुलिस ने धोखाधड़ी, हेराफेरी और अड़ीबाजी का केस दर्ज किया है। आरोपियों पर जागृति गृह निर्माण सहकारी संस्था में प्लॉट पर कब्जा करने का आरोप है। पीड़ित का आरोप है कि बॉबी-रमानी ने रजिस्ट्रार ऑफिस में गोली मारने की धमकी दी और कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवा लिए।
रावजी बाजार थाना पुलिस के मुताबिक, नूरानी नगर (धार रोड) निवासी शाहिद एहसान खान ने एसपी (पश्चिम) महेशचंद जैन को शिकायत दर्ज करवाई थी। शाहिद ने खुद और भाई जाहिद खान के नाम से जागृति गृह निर्माण संस्था द्वारा विकसित की गई कॉलोनी पार्श्वकुंज (खजराना) में दो प्लॉट खरीदे थे।
सौदा तत्कालीन अध्यक्ष जयंत बम से किया गया था। कुछ समय बाद बॉबी उर्फ रणवीरसिंह छाबड़ा ने संस्था से जमीन का सौदा कर लिया और प्लॉट खरीदने-बेचने शुरू कर दिए। कई बार बॉबी से संपर्क किया लेकिन टालता रहा।
सहकारिता विभाग ने भी सुनवाई नहीं की। करीब छह महीने पूर्व बॉबी और रमानी से रजिस्ट्रार ऑफिस में मुलाकात हुई। जाहिद ने कहा कि बहुत दिनों से चक्कर लगा रहे हैं। हमारे प्लॉट की रजिस्ट्री करवा कर कब्जा दे दो। इस पर आरोपियों भड़क गए और कहा कि प्लॉट भूल जाओ, वरना गोली मार देंगे।
आरोपियों ने कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवा लिए। उन्होंने षड्यंत्रपूर्वक प्लॉट अन्य किसी को बेच दिए। एसपी ने जूनी इंदौर सीएसपी दीशेष अग्रवाल को जांच सौंपी और पीड़ितों के बयान दर्ज कर दो दिन पूर्व धोखाधड़ी, हेराफेरी, जान से मारने की धमकी का केस दर्ज कर लिया।
खजराना थाना पुलिस ने शुक्रवार दोपहर बॉबी के करीबी पेट्रोल पंप संचालक कुलवंत उर्फ कांचा के ठिकानों पर सर्चिंग की। टीआई प्रीतमसिंह ठाकुर के मुताबिक, बॉबी ने बताया कि कांचा उसका दोस्त है। उसका राऊ में पेट्रोल पंप है। फरार साथी अंतिम होलकर उसके पेट्रोल पंप पर भी संस्था का रिकॉर्ड छिपा सकता है।
पुलिस ने सर्चिंग की लेकिन रिकॉर्ड नहीं मिला। कांचा के बयान लिए तो बताया कि अंतिम ने उन्हें भी सस्ते दामों में प्लॉट खरीदने का प्रलोभन दिया था। टीआई के मुताबिक, शनिवार को बॉबी का रिमांड समाप्त हो जाएगा। दोपहर बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
बॉबी के खिलाफ खजराना, कनाड़िया, रावजी बाजार और भंवरकुआं थाने में पांच केस दर्ज हो चुके हैं। इसमें श्रीराम, सेंट्रल गवर्नमेंट, जागृति गृह निर्माण सहकारी संस्था के साथ अन्य 20 संस्थाओं के रिकॉर्ड में हेराफेरी करने के मामले शामिल हैं।