उत्तरी छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर इलाके से होते हुए उत्तर प्रदेश में घुसे छत्तीसगढ़ के 14 हाथियों के दल में शामिल गज शावक की रिहंद डैम में डूबने से मौत हो गई। रघुनाथनगर क्षेत्र से लगे उत्तर प्रदेश के जरहा वन परिक्षेत्र के डूमरचुवा गांव के पास रिहंद डैम में गज शावक के डूबने से मौत के बाद हाथियों का दल 24 घंटे से भी अकि समय तक डैम के आसपास मौजूद रहा। मादा हाथी तो 18 घंटे से अकि समय तक शव के पास डटी रही। इस दौरान हाथियों की चिंघाड़ से ग्रामीणों और वन कर्मचारियों में दहशत की स्थिति बनी रही।
हाथियों के चले जाने के बाद गज शावक के शव को बाहर निकाला जा सका। उत्तर प्रदेश के वन विभाग के अधिकारी हाथियों को सुरक्षित तरीके से छत्तीसगढ़ भेजने के प्रयास में लगे हुए हैं। छत्तीसगढ़ के वन अकिारियों से लगातार उनकी चर्चा भी हो रही है। गज शावक की मौत के बाद हाथियों के व्यवहार में बदलाव से उनके द्वारा ज्यादा उत्पात मचाने की आशंका से उत्तर प्रदेश के वन अधिकारी जता रहे हैं। उत्तर प्रदेश के वन अधिकारी छत्तीसगढ़ के वन अधिकारियों से संपर्क कर हाथियों को सुरक्षित तरीके से उनके मूल रहवासी स्थल छत्तीसगढ़ की ओर वापस भेजने में सहयोग मांग रहे हैं। इसके अलावा फिलहाल हाथी जिन इलाकों में विचरण कर रहे हैं, उस क्षेत्र के ग्रामीणों को भी सतर्क किया गया है। इस घटना के बाद इलाके में हाथियों के कारण दहशत का माहौल है।