रायपुर। टोल प्लाजा पर मुसाफिरों के समय की बचत करने तथा यात्रा को सुखद बनाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने राज्य भर में अपने सभी टोल प्लाजा को कैशलेस करने की तरफ कदम बढ़ा रहा है। एक दिसंबर से प्रदेश भर के सभी टोल प्लाजा में नकद टोल टैक्स की वसूली बंद हो जाएगी। टोल प्लाजा पर फास्ट टैग युक्त वाहन बिना किसी रुकावट के आसानी से निकल जाएंगे। फास्ट टैग एक स्टिकर है, जिसे वाहन पर चिपकाना होगा। लेकिन वाहन चालक बिना फास्ट टैग के टोल प्लाजा से गुजरेगा तो दोगुनी राशि देनी होगी। एनएचएआइ के प्रदेश भर के टोल प्लाजा पर फास्ट टैग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। प्रदेश में एनएचएआइ के अंतर्गत 10 टोल प्लाजा हैं। इनमें लाखोली, ठाकुरटोला, मा नाका, ढॉक, छुईपाली, मुदीपार और भोजपुर टोल प्लाजा में से पांच में टोल टैक्स लिया जा रहा है। मुदीपार और भोजपुर में भविष्य में टोल लिया जाना प्रस्तावित है। बाकी तीन टोल प्लाजा जगतरा, मशोरा और बदईगुड़ा में कैशलेस के लिए मशीन लगाने का काम किया जा रहा है। इसके लिए एनएचएआइ ने टेंडर जारी कर दिया है।
अधिकारियों का दावा है कि 30 नवंबर तक कंपनी कैशलेस मशीन लगाने का काम पूरा कर लेगी। एनएचएआइ के अकिारी ने बताया कि एक दिसंबर से देश भर में प्रत्येक टोल प्लाजा में यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहन चालकों को फास्ट टैग के प्रति जागरूक किया जा रहा है। टोल प्लाजा के आसपास पोस्टर-बैनर लगा कर इस सुविा के बारे में जानकारी दी जा रही है। नई व्यवस्था के शुरू होने से टोल प्लाजा पर जाम की स्थिति से काफी हद तक छुटकारा मिल जाएगा। फास्ट टैग एनएचएआइ के सभी टोल प्लाजा, प्वाइंट ऑफ सेल, ऑनलाइन शॉपिंग साइट समेत बैंकों से भी खरीद सकते हैं। इसके लिए आपको महज 100 रुपये देना होगा। इसके बाद इसमें न्यूनतम दस रुपये से लेकर अकितम कितनी भी राशि का रिचार्ज करा सकते हैं। रिचार्ज के लिए माई फास्ट टैग एप का भी उपयोग कर सकते हैं। इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करना पड़ेगा। इसके अलावा पेटीएम से भी रिचार्ज किया जा सकता है। फास्ट टैग के लिए वाहन का पंजीकरण प्रमाण पत्र, वाहन स्वामी का पासपोर्ट साइज फोटो, उसका केवाईसी दस्तावेज यानी आइडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ जमा कराने होंगे।