अंबिकापुर. छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती गांवों में स्वच्छंद विचरण कर रहे हाथियों के दल ने रविवार की रात बलरामपुर जिले के रघुनाथनगर क्षेत्र से लगे उत्तरप्रदेश के सीमावर्ती गांव नेतियानटोला में ग्रामीण को कुचल मार डाला। इस दौरान भगदड़ मचने से एक युवक कुएं में गिर गया था, जिसे बाद में ग्रामीणों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया। घटना से नाराज लोगों ने वन विभाग के डूमरहर कार्यालय का घेराव कर जमकर नाराजगी जताई। इस घटना के बाद छत्तीसगढ़ और उत्तरप्रदेश का वन अमला संयुक्त रूप से हाथियों की निगरानी में लग गया है। जानकारी के मुताबिक 18 से 20 हाथियों का दल पिछले कई दिनों से बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर क्षेत्र के रघुनाथनगर केसारी इलाके में स्वच्छंद विचरण कर रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों का दल रविवार की रात छत्तीसगढ़ से लगे उत्तरप्रदेश के बभनी रेंज के ग्राम रंपाकुर पहुंचा तो वन विभाग की टीम ने उन्हें खदेड़ने का प्रयास किया। लेकिन हाथी सरहदी गांव डूमरहर के नेतियानटोला पहुंच गए। दोनों राज्यों के वन विभाग के कर्मी हाथियों को खदेड़ने की कोशिश करने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उत्तरप्रदेश वन विभाग का एक कर्मचारी घर के छप्पर पर चढ़ कर टार्च से हाथियों को देख रहा था कि उसी वक्त कुछ ग्रामीण उस घर की ओर जाने लगे। इसमें नेतियानटोला का राजेंद्र पिता शिवबरन 30 वर्ष भी शामिल था। रात के अंधेरे में हाथियों की मौजूदगी का पता नहीं चल पाने के कारण ग्रामीण उसी घर की ओर बढ़ रहे थे, जहां परिवार के सदस्य मौजूद थे। अचानक एक हाथी सामने आ गया और उसने ग्रामीणों को दौड़ाना शुरू कर दिया। राजेंद्र भाग नहीं सका और वह हाथी की पकड़ में आ गया। हाथी ने कुचलकर उसे मार डाला।