देश की सेवा करते हुए जान न्योछावर करने वाले शहीद जवानों के परिजनों का राज्योत्सव के मौके पर सम्मान किया गया। 20 शहीद जवानों के माता-पिता, भाई-बहन कला मंदिर में पहुंचे। मौके पर मौजूद सभी लोगों ने वीर शहीदों की शहादत को याद किया।राज्य शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन व भिलाई निगम द्वारा संयुक्त रूप से यह आयोजन किया गया। प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू बतौर मुख्य अतिथि तथा दुर्ग विधायक अरुण वोरा विशेष अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने शहीद जवानों के परिजनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि देश के लिए बलिदान देना गर्व की बात है।
यह मौका हर किसी को नहीं मिलता। भाग्यशाली लोगों को ऐसा अवसर मिलता है। शहीद जवानों के माता-पिता भी धन्य हैं, जिन्होंने ऐसे वीर सपूतों को जन्म दिया। दुर्ग विधायक अरुण वोरा ने शहीद जवानों को नमन किया।कार्यक्रम की शुरुआत मूकबधिर बच्चों द्वारा दी गई प्रस्तुति के साथ हुई। देशभक्ति गीत व संगीत के माध्यम से इन बच्चों ने पूरा माहौल को देशभक्ति पूर्ण कर दिया। बांसूरी व तबला वादन तो रोमांच से भर देने वाला था।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू व विधायक अरुण वोरा ने शहीद जवानों के परिजनों के पास जाकर शॉल, श्रीफल, स्मृति चि- तथा मुख्यमंत्री का संदेश पत्र देकर उनका सम्मान किया। इस मौके पर कलेक्टर अंकित आनंद, एसपी प्रखर पाण्डेय, भिलाई निगम आयुक्त रितुराज रघुवंशी सहित कई सामाजिक संगठन के लोग भी मौजूद रहे। दुर्ग जिले से देश के लिए 31 जवानों ने अब तक शहादत दी है। जिला प्रशासन की ओर से सबको न्यौता भेजा गया था। 20 शहीद जवानों के परिजन ही उपस्थित हो पाए थे। शेष 11 लोग किसी व्यक्तिगत कारण से नहीं पहुंच पाए। जिला प्रशासन के अधिकारी इन 11 शहीद जवानों के परिजनों को उनके घर जाकर सम्मानित करेंगे। सशस्त्र सीमा बल भिलाई ने सात अक्टूबर 2011 को बस्तर में नक्सली हमले में शहीद हुए दीलेश चतुरौली व शहीद प्रवीन पी. के परिजनों को सम्मानित किया।