सागर जिले में नवरात्र पर्व के दौरान एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है।यहां के बंडा के समीप पिपरिया गांव में एक महिला ने अपने 3 बच्चों सहित फंदा लगाकर जान दे दी। जब महिला का पति घर पहुंचा तो आवाज देने के बाद भी घर का दरवाजा नहीं खुला, ऐसे में पति खपरैल निकालकर घर में झांकने लगा। इसी दौरान उसे शव नजर आया। युवक ने पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने घर के फर्श से 3 बच्चों के शव बरामद किए हैं, जबकि महिला फंदे पर लटकी पाई गई है। बंडा टीआई कमल सिंह ठाकुर ने बताया कि पिपरिया निवासी हरि सिंह लोधी सोमवार सुबह घर पर नहीं था। जब वह घर लौटा तो दरवाजे अंदर से बंद थे।
कई बार खटखटाने के बाद भी जब दरवाजे नहीं खुले तो हरि सिंह ने खपरैल हटाया हरि सिंह ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी कुंती बाई फंदे से लटकी हुई थी, जबकि दो पुत्र और पुत्री दीवार पर लगी खूंटी से अलग-अलग लटके हुए थे। वह घबरा गया और कमरे में उतरकर तीनों बच्चों के शव फंदे से उतारा।
टीआई ठाकुर ने बताया प्रथम दृष्टया मामला संवेदनशील है। परिस्थितियों और मृतिका के पति के बयानों में भी विरोधाभास नजर आ रहा है। फिलहाल पुलिस ने फंदे पर झूलती मिली कुंती भाई और फर्श पर मिले उसके पुत्र पुष्पेंद्र 5 साल, हर्षिता ढाई साल और अंकित 1 वर्ष के शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। पुलिस द्वारा मृत महिला के पति और घर के आस-पास रहने वाले लोगों से पूछताछ की जा सकती है।
बताया जाता है कि रविवार को कुंती बाई ने पति हरि सिंह से नवरात्र पर झांकियां देखने जाने के लिए रुपए मांगे थे। उनके बीच हल्का विवाद भी हुआ था। फिलहाल पुलिस महिला और 3 बच्चों की मौत की वजह को लेकर पड़ताल कर रही है।