अनूपपुर : अमरकंटक के ज्वालेश्वर धाम में एक बाघ ने आतंक मचा दिया है। बाघ ने पहले एक कुत्ते को अपना शिकार बनाया, और उसके बाद एक गाय को भी अपना निवाला बना लिया।
इस घटना के बाद से इलाके में दहशत फैल गई है। लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं और जंगल में जाने से डर रहे हैं।
वन विभाग की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। टीम ने बाघ के पैरों के निशान और अन्य साक्ष्य इकट्ठा किए हैं।
सीसीटीवी कैमरे में बाघ का मूवमेंट रिकॉर्ड
अन्नपूर्णा मंदिर के सीसीटीवी कैमरों में बाघ की स्पष्ट तस्वीरें दर्ज हुई हैं, जो उसकी सक्रियता को प्रमाणित करती हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने घटना की जानकारी तुरंत वन विभाग को दी। इसके बाद वन विभाग के अमले ने सतर्कता बढ़ा दी है। मौके पर वन परिक्षेत्र अधिकारी वीरेंद्र श्रीवास्तव और डिप्टी रेंजर जमुना सिंह मार्को समेत अन्य अधिकारी निगरानी कर रहे हैं।
धार्मिक गतिविधियां प्रभावित
ज्वालेश्वर धाम धार्मिक महत्व का केंद्र है, जहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु आते हैं। बाघ की मौजूदगी से दुकानें और स्थानीय गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। वन विभाग ने बाघ को सुरक्षित जंगल की ओर खदेड़ने की योजना बनाई है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि बाघ को पकड़ने के लिए एक टीम गठित की गई है। टीम बाघ को पकड़ने के लिए जंगल में सर्च ऑपरेशन चला रही है।
इस बीच, इलाके के लोगों को बाघ के हमले से बचाव के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। लोगों को जंगल में जाने से मना किया गया है और उन्हें अपने घरों के आसपास सावधानी बरतने को कहा गया है।