जबलपुर। बुधवार की शाम होने तक कुल संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 680 तक पहुंच गया। रोजाना दर्जनों नए पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं। इन हालातों को देखते हुए जिला प्रशासन एक से दो हफ्ते का लॉक डाउन लगा सकता है। इसके लिए आपदा प्रबंधन समिति और जनप्रतिनिधियों के अलावा हर स्तर पर रायशुमारी ली जा रही है। कलेक्टर भरत यादव ने बुधवार की रात जारी बयान में इस बारे में जानकारी दी है। यदि संक्रमण इसी तेजी से संक्रमण फैलता रहा तो एक बार फिर टोटल लॉकडाउन का सामना करना होगा। हालांकि इससे पहले शासन स्तर से भी मंजूरी लेनी होगी।
निजी अस्पतालों के अधिग्रहण के अलावा इन्हीं अस्पतालों में लोगों को कोरोना संक्रमण का इलाज कराने की सुविधा का निर्णय लिया जा चुका है। इसके अलावा सरकारी भवनों में कोविड केयर सेंटर्स की संख्या बढ़ाई जाने लगी है। जिससे संक्रमित या संदिग्ध मरीजों का इलाज समय रहते किया जा सके। कलेक्टर का कहना है कि फुटकर कारोबारियों, हाथ ठेला और रोज कमाने खाने वालों के लिए लॉक डाउन में परेशानी हो सकती है। इन सभी बिंदुओं पर रायशुमारी के जरिए निर्णय लिया जाएगा। हालांकि आगामी शनिवार और रविवार का लॉकडाउन लगाने से जुड़े आदेश गुरुवार को जारी हो सकते हैं।
लोग बिना वजह सड़कों पर घूमने लगे हैं। शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं करते। बाजार खुला होने के चलते सामग्री भी कम मात्रा में खरीदते हैं। बुजुर्ग और बच्चे भी सड़कों पर नजर आने लगे हैं। इस तरह की लापरवाही बरतने वालों के कारण ही लॉक डाउन लगाने पर विचार किया गया है।
जिले के सभी एसडीएम क्षेत्रों में बुधवार को 230 लोगों पर कार्रवाई करते हुए 75 हजार का जुर्माना वसूला गया। इनमें शारीरिक दूरी का पालन नहीं करने वाले और बिना मास्क के घूमने वाले लोग शामिल हैं। इसी तरह की कार्रवाई निगम सीमा क्षेत्र में भी हुई।