अंबिकापुर। प्रतापपुर वन क्षेत्र के धर्मपुर बीट अंतर्गत कोटेया जंगल में शनिवार तड़के महुआ बीनने जंगल में कई एक महिला को दल से बिछड़ कर घूम रहे दंतैल हाथी ने पटक पटक कर मार डाला। घटना के दौरान मौजूद महिला के 5 वर्षीय भतीजे और बाकी महिलाओं ने वहां से किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई इलाके में दंतैल सहित दो हाथी दल से अलग होकर घूम रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग द्वारा हाथियों के विचरण की मुनादी नहीं कराए जाने से यह घटना हुई है।
जानकारी के अनुसार ग्राम कोटेया के नवका पारा निवासी विमला राजवाड़े शनिवार सुबह करीब 4 बजे अपने 5 वर्षीय भतीजे और गांव की अन्य महिलाओं के साथ कोटेया के जंगल में महुआ बीनने गई थी। सभी महिलाएं जंगल में महुआ बीन रही थी।
इसी दौरान दंतैल हाथी ने उन पर हमला कर दिया। बाकी महिलाएं और 5 वर्षीय बालक ने तो किसी तरह भागकर अपनी जान बचा ली लेकिन विमला राजवाड़े हाथी की चपेट में आ गई और दंतैल ने उसे पटक-पटक कर मार डाला। घटना की जानकारी महिलाओं ने गांव में जाकर ग्रामीणों को दी।
हाथी की दहशत के कारण वन विभाग की टीम सुबह होने के बाद मौके पर पहुंची। शव को वहां से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया। वन विभाग की ओर से पीड़ित परिवार को ₹25000 की तात्कालिक सहायता प्रदान की गई है। गौरतलब है कि प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में 18 हाथियों का दल घूम रहा है।
इसमें से दंतैल सहित दो हाथी दो दिनों से दल से अलग होकर इलाके में घूम रहे हैं। इन हाथियों को चाचीडाड और टुकुडाड इलाके में देखा गया था। ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग ने गांव में उसकी मुनादी नहीं कराई थी जिसके कारण यह हादसा हुआ इधर वन विभाग का कहना है कि ग्रामीणों को लगातार समझाइश दी जा रही है कि वे जंगल में महुआ बीनने या लकड़ी काटने के इरादे से न जाएं वहां हाथियों का विचरण लगातार हो रहा है। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है।