कोरोना वायरस की सबसे ज्यादा मार बुजुर्गों पर पड़ रही है. गुरुवार देर रात तक के आंकड़े बताते हैं कि कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा मौत इटली में हुई है. इन मौतों में बुजुर्गों की संख्या ज्यादा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गुरुवार को देश के नाम अपने संबोधन में कहा कि इस महामारी में हमें बुजुर्गों का खास ध्यान रखना है.
कोरोना वायरस से अब तक इटली में 3,405 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि चीन में यह संख्या 3,245 है. 19 मार्च देर रात तक के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 24 घंटे में इटली में 427 लोग मारे गए जबकि चीन में कोरोना वायरस से संक्रमित केवल 7 लोगों की मौत हुई है.
इटली और चीन के आंकड़े बताते हैं कि वायरस से बुजुर्गों को ज्यादा खतरा है. कोरोना से होने वाली मौत के मामले में गुरुवार रात तक इटली ने चीन को पीछे छोड़ दिया है. इटली के स्वास्थ्य संस्थान ने अपने एक अध्ययन में कहा है कि ज्यादातर मौतें बुजुर्गों की हुई हैं. इटली में हुई मौत की औसत उम्र 80 साल के आसपास है. हालांकि सबसे ज्यादा संक्रमित होने वाले लोगों की औसत उम्र 63 साल है.
कुछ इसी तरह से मिलता जुलता अध्ययन चीन का रहा है. चीन में कुल मौत में से चौदह फीसदी से ज्यादा 80 साल से ऊपर वाले बुजुर्गों की रही. जबकि 8 फीसदी मौत 70 से 79 साल की उम्र वाले लोगों की थी. चीन के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CCDC) ने 11 फरवरी तक के कुल 72, 314 में से 44 हजार से ज्यादा मामलों के अध्ययन के बाद पाया कि बुजुर्गों की खास देखभाल जरूरी है.
कोरोना वायरस से बुजुर्गों की सबसे ज्यादा मौत की वजह उनकी प्रतिरोध क्षमता का कम होना और डायबिटीज, फेफड़े के रोग जैसी पुरानी बीमारियां बड़ी वजह हैं. ऐसे में इस तरह का संक्रमण उनके लिए जानलेवा बन सकता है. बुजुर्ग भले ही ज्यादा भीड़-भाड़ वाली जगहों पर नहीं जाते हों लेकिन ये संक्रमण युवा लोगों के जरिए भी पहुंच रहा है.