रायपुर। छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग की टीम ने गुरूवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए ब्यूरोक्रेट, शराब और होटल कारोबारी सहित सीए के आवासीय और व्यावसायिक परिसर में छापामार कार्रवाई की है। आयकर टीम की जांच पूरी रात जारी रहा है। शुक्रवार को इसमें बड़ा खुलासा होने पर सबकी निगाहें टिकी हुई है। सूत्रों के अनुसार रायपुर महापौर एजाज ढेबर के निवास पर दबिश देने वाले अफसरों की टीम पूरी रात कागजात खंगालते रहे। शुक्रवार दोपहर तक जांच-कार्रवाई चलने की बातें कही जा रही है।
दिल्ली आयकर की टीम के नेतृत्व में हुई कार्रवाई में एक दर्जन से ज्यादा हाईप्रोफाइल लोगों पर कार्रवाई की गई। इसमें छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड, शराब कारोबारी अमोलक सिंह भाटिया, रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर के दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
नान घोटाले में फंसे आइएएस अनिल टूटेजा की पत्नी मीनाक्षी टूटेजा के ब्यूटी पार्लर चेन पर भी कार्रवाई की गई। आयकर विभाग के इन्वेस्टिगेशन विंग के आला अधिकारियों ने बताया कि राजधानी में डॉ ए फरिश्ता, होटल कारोबारी गुस्र्चरण सिंह होरा, कमलेश जैन, सीए अजय सिंघवानी, संजय संचेती और आबकारी विभाग के ओएसडी एपी त्रिपाठी के भिलाई-9 स्थित ठिकानों पर कार्रवाई की गई।
इनमें से अनेक स्थानों पर आयकर की टीम दस्तावेजों की जांच पूरी रात कर रही थी। बताया जा रहा है कि कुछ स्थानों पर जांच तीन दिन तक चल सकती है। आयकर के 100 से ज्यादा अधिकारियों की टीम जांच में जुटी हुई है। जांच में छत्तीसगढ़ की टीम को शामिल नहीं किया गया है।
दिल्ली, मध्यप्रदेश, झारखंड के अधिकारियों की टीम को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। एक दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर गुरूवार को सुबह नौ बजे एक साथ दबिश दी गई । अधिकारियों की टीम सीआरपीएफ जवानों की दो कंपनी के साथ गुस्र्वार सुबह रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पहुंची, जहां से अलग-अलग गाड़ी में कारोबारियों और अधिकारियों के ठिकानों पर रवाना हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में रायपुर, दुर्ग के 19 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई हुई। अधिकारियों और फोर्स की तैनाती के लिए 62 गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया। यह गाड़ियां भी ओडिशा और झारखंड के नंबर की थी।
इन्वेस्टिगेशन विंग ने छत्तीसगढ़ के आयकर अधिकारियों को पूरे आपरेशन की भनक तक नहीं लगने दी। प्रिंसपल डायरेक्टर आफ इन्वेटिगेशन भोपाल और सीसीआइटी रायपुर को आपरेशन शुरू होने के तीन घंटे बाद जानकारी मिली। देर शाम तक क्या कार्रवाई हुई, इसकी जानकारी भी छत्तीसगढ़ के अधिकारियों को नहीं दी गई।
आयकर अधिकारियों के अनुसार पिछले तीन महीने से हाईप्रोफाइल कारोबारियों और अधिकारियों पर नजर रखी जा रही थी। आइटी की टीम ने सभी के बैंक ट्रांजक्शन से लेकर लेन-देन के सारे दस्तावेज तैयार किए हैं। यह आपरेशन डायरेक्टर जनरल इनकम टैक्स हरीश कुमार की सीधी निगरानी में चल रहा है।
आइएएस अनिल टूटेजा के बंगले, कटोरा तालाब स्थित मीनाक्षी ब्यूटी पार्लर, शराब कारोबारी अमोलक सिंह भाटिया के पंचशील नगर स्थित आवास, महापौर एजाज ढेबर के बैरन बाजार स्थित ढेबर प्लाजा में सीआरपीएफ के जवान तैनात थे। दुर्ग में आबकारी ओएसडी एपी त्रिपाठी के आवास पर कार्रवाई की गई।
आयकर अधिकारियों ने बताया कि अधिकारियों और कारोबारियों ने चुनाव में बड़े पैमाने पर पालिटिकल फंडिंग की है। साथ ही चुनाव के दौरान काला धन खपाने के सबूत भी मिले हैं। शराब के कारोबार से जुड़े लोगों पर अवैध तरीके से पैसा बनाने के मामले में जांच की जा रही है।