इंदौर। जनता क्वार्टर स्थित हाउसिंग बोर्ड की तीन मंजिला जर्जर इमारत में सोमवार सुबह अजीब स्थिति बन गई जब वहां निर्माणाधीन चढ़ाव गिर गया। इसी इमारत की तीसरी मंजिल पर भीलवारे परिवार रहता है। वहां रहने वाले सब्जी व्यापारी रमेश भीलवारे का रविवार शाम निधन हो गया था। चढ़ाव गिरने से भीलवारे का शव तीसरी मंजिल पर ही फंस गया, जिसे बाद में नगर निगम की हाइड्रोलिक गाड़ी से नीचे उतरवाना पड़ा। उक्त घटनाक्रम 226 जनता क्वार्टर स्थित इमारत की है और वहां चढ़ाव सुबह नौ बजे गिरा।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वैसे तो पूरी इमारत ही जर्जर हो चुकी है लेकिन पिछले महीने इसका चढ़ाव टूट गया था। 25 दिन पहले नया चढ़ाव बनवाया गया था। इसी के तराफे खोलने सोमवार सुबह ठेकेदार मजदूरों को लेकर पहुंचा था। जैसे ही तराफे खोले गए, चढ़ाव भरभराकर गिर गया। घटना से घबराए ठेकेदार और मजदूर मौके से भाग गए। इधर, भीलवारे के परिचित और रिश्तेदार शवयात्रा में शामिल होने घर पहुंचे तो पता चला कि वहां का चढ़ाव ही गिर गया है इसलिए शव नीचे लाना संभव नहीं है। कुछ लोगों ने घटना की जानकारी क्षेत्रीय पार्षद चंदू शिंदे को दी। पार्षद ने निगम अफसरों को सूचना देकर आधे घंटे के भीतर ही स्ट्रीट लाइट सुधारने वाली हाइड्रोलिक गाड़ी जनता क्वार्टर भिजवाई।
फिर निगमकर्मियों की मदद से तीसरी मंजिल से शव नीचे लाया गया। तीसरी मंजिल पर फंसे परिवार के लोग रोते-बिलखते रहे। उन्हें भी एकएक कर के आसपास के घरों की छत से होते हुए नीचे लाया गया। शवयात्रा सुबह 10 बजे निकलनी थी लेकिन घटना के कारण एक-डेढ़ घंटे देर से मालवा मिल मुक्तिधाम रवाना हुई। हाउसिंग बोर्ड उपायुक्त यशवंत कुमार दोहरे ने बताया कि बोर्ड की जो बिल्डिंगें जर्जर हो रही हैं, उन्हें फिर से बनाने की योजना है।