इंदौर। Crime in Indore स्कीम-114 स्थित कंचन विहार कॉलोनी में बिल्डर के घर डाका डालने वाले बदमाश झोलों में भरकर नकदी और जेवरात लेकर भागे हैं। सीसीटीवी फुटेज से इसका खुलासा हो रहा है। हालांकि 24 घंटे बाद भी पुलिस यह नहीं बता पा रही है कि डकैती में कितना सामान गया, जबकि उसके पास डकैतों के बंगले में घुसने से लेकर भागने तक का एक-एक पल का वीडियो है। मंगलवार रात करीब 9.30 बजे नकाबपोश डकैत बिल्डर कैलाशचंद्र गोयल के बंगले में डकैती डालने पहुंचे थे। पांच नकाबपोश लगभग 40 मिनट तक पूरे परिवार को बंधक बनाकर लूटपाट करते रहे। उन्होंने बिल्डर गोयल, उनकी पत्नी शोभा,बेटे अंकेश और अंकेश के दोस्त मुकेश को हत्या की धमकी भी दी। तीन डकैत चार झोले लेकर भागते नजर आ रहे हैं। वे बंगले से बाहर निकले और तेजी से भागते हुए बगीचे की तरफ गए, जहां उन्होंने नीले रंग की कार (मारुति ईको) खड़ी की थी। इसमें पर्दा लगा हुआ था। अफसर दबी जुबान में स्वीकार रहे हैं कि करोड़ों का माल डकैत लेकर भागे हैं। इसमें बड़ी मात्रा में सोने के जेवर और नकदी है।
स्कीम नं. 114 की कंचन विहार कॉलोनी में बिल्डर के घर हुई डकैती के बाद पुलिस इधर-उधर नाकाबंदी व छानबीन करती रही और बदमाश पॉश कॉलोनी से कार चुरा ले गए। यह कार धार जिले के बाग में मिली है। शक है कार उसी गैंग ने चुराई है जिसने बिल्डर के घर डाका डाला था। पुलिस ने कार जब्त कर सीसीटीवी कैमरे खंगालना शुरू कर दिए हैं। दो बदमाशों के फुटेज मिल चुके हैं। वे बाइक से प्रवेश करते दिखाई दिए हैं। लसूड़िया थाना क्षेत्र स्थित कॉलोनी में मंगलवार रात बिल्डर कैलाशचंद्र उर्फ केसी गोयल के घर डकैती करने वाले बदमाशों ने भागते वक्त न्यू लोहामंडी में भी दुकानदार सुभाष शर्मा से उस वक्त स्कूटर लूट लिया था, जब वे कर्मचारी आकाश के साथ घर जा रहे थे। दोनों घटनाओं के बाद पुलिस ने पूरे शहर की नाकाबंदी करवा दी। शहर में आने-जाने वाहनों की चेकिंग शुरू हो गई, लेकिन कुछ घंटों बाद ही बदमाश सुपर सिटी ज्ञानशिला से विनोद हीरामणि तिवारी की कार चुराकर फरार हो गए। बुधवार सुबह यह कार टांडा के समीप बाग में लावारिस मिली। एएसपी शैलेंद्रसिंह चौहान के निर्देश पर पहुंची टीम कार जब्त कर लाई। पुलिस को शक है कि डकैती, लूट और कार चोरी में एक ही गैंग का हाथ है। हालांकि ज्ञानशिला कॉलोनी में मिले फुटेज में दो ही बदमाश नजर आ रहे हैं। दोनों ने तौलिए से मुंह बांध रखा है।
घटना के बाद पुलिस ने जांच के लिए अलग-अलग थानों की टीमें गठित कर दी हैं। खजराना और तिलक नगर थाने की टीम कॉलोनी, बीआरटीएस, चौराहा और बायपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। क्राइम ब्रांच और विजय नगर थाने की टीम को पीएसटीएन डेटा जुटाने में लगाया है। मौके से करीब दो लाख नंबरों का डेटा निकाला गया है। पुलिस ने राहुल गांधी नगर,बायपास, न्यू लोहा मंडी क्षेत्र के कई संदेहियों को हिरासत में भी लिया है। पुलिस ने मंगलवार रात गार्ड हरिकिशन को हिरासत में ले लिया। गोयल ने पुलिस को बताया कि उसे एक सिक्युरिटी एजेंसी के माध्यम से बुलाया गया था। पुलिस के मुताबिक जब बदमाशों ने उससे राइफल छीनी तो उसने विरोध नहीं किया। फुटेज में भी वह आसानी से राइफल देता दिख रहा है। बदमाश कमजोर कद-काठी के होने के बाद भी गार्ड उनके बोलते ही कुर्सी से उठकर घर में चला गया। उसके हाथ-पैर बांधे, तब भी वह चुप रहा। परिजन ने बताया कि बदमाश उसकी भाषा में ही बात कर रहे थे। राइफल भी वहीं छोडकर भाग गए। पुलिस गार्ड की कॉल डिटेल और लोकेशन भी जांच रही है। रात को एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र अफसरों की वायरलेस कॉन्फ्रेंस ले रही थीं। जब इसमें लसूड़िया थाना टीआई नजर नहीं तो कारण पूछा गया। तब पता चला कि कोई बड़ी घटना हुई है। इसके बाद आला अफसर मौके पर पहुंचे और पड़ताल शुरू हुई।