बिलासपुर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के स्लीपर कोच के टॉयलेट में एक 35 से 40 उम्र के युवक की संदिग्ध परिस्थिति में लाश मिली है। यह घटना उस समय सामने आई जब कोचिंग डिपो में यह ट्रेन सफाई के लिए वाशिंग लाइन में आकर खड़ी हुई। टॉयलेट का दरवाजा अंदर से बंद था। इस पर तत्काल जीआरपी को रेलवे डॉक्टर को सूचना दी गई। डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित किया। घटना रात 8.30 बजे के करीब सामने आई। यह ट्रेन दोपहर 12.30 बजे के लगभग बिलासपुर पहुंचती है। इसके बाद इसे मरम्मत के लिए कोचिंग डिपो भेजी गई। सफाई के दौरान जैसे ही एस-6 कोच में पहुंचे और एक तरफ के टॉयलेट का दरवाजा खोलने का प्रयास किया गया तो वह नहीं खुला। काफी जद्दोजहद के बाद भी दरवाजा नहीं खुलने पर कर्मचारियों को संदेह हुआ।
लिहाजा उन्होंने खिड़की से झांक देखा तो एक व्यक्ति अचेत पड़ा हुआ था। उन्होंने डिपो के अधिकारियों को सूचना दी। साथ ही जीआरपी को मेमो दिया गया। सूचना मिलते ही कोचिंग डिपो के लिए रवाना हुए। कर्मचारियों की मदद से दरवाजा खोला गया। एक यात्री अचेत पड़ा था। नाक से खून बह रहा था। इसके अलावा शरीर का एक हिस्सा काला पड़ गया था। सबसे पहले रेलवे के डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित किया। जीआरपी मामले की जांच में जुटी हुई है। प्रथम दृष्टया यह माना जा रहा है कि यात्री की मौत दो से तीन पहले हुई है। क्योंकि नाक से बहा खून सूखा हुआ था। इसके अलावा कीड़े बिलबिलाने की बात कही गई है। पूरी घटना जांच के दायरे में हैं। जीआरपी भी शुक्रवार को स्थिति स्पष्ट होने की बात कह रही है। जीआरपी थाना प्रभारी बीएन मिश्रा का कहना है कि मौत की वजह तो स्पष्ट नहीं हुई है। लेकिन देखने से यह लग रहा है कि शायद उसे अटैक आया होगा। दरवाजा अंदर से बंद था। सिर पर रबर बेल्ट बंधा हुआ है और दाढ़ी बढ़ी हुई है।