पर्वों के अवसरों पर बाजार में मिलने वाले मिलावटी और नकली खाद्य पदार्थ को लेकर जांंच करने और इसे लेकर कार्रवाई करने की योजना प्रशासनिक अधिकारियों ने तैयार की थी। इसके तहत दीपवाली के पूर्व के ब्रांडेड गुटखा के खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम ने सैम्पल लिए थे। इसके आठ नमूनों की जांच में तीन गुटखा में खतरनाक तत्व मिले हैं। इससे मुंह के कैंसर होने में सहायक तत्व मैग्नीशियम कॉर्बोनेट सामने आए हैं। गुटखे की तीन कंपनियों को नोटिस जारी कर दिया गया है। इनसे करीब 15 दिन के अंदर इसके जवाब नहीं देने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।
वहीं उनकी बिक्री पर रोक लगाने के लिए खाद्य एवं औषधि विभाग ने शासन को पत्र भी लिखा है। विभाग के मुताबिक गुटखा कंपनियों के नकली ब्रांड भी राजधानी के विभिन्न इलाकों में चोरी-छिपे जमकर बन रहे हैं, जिन्हें कंपनी से कम रेट पर दुकानदारों को मिलता है। ऐसे में इसकी डिमांड भी खूब रहती है। पैकेट पैकेजिंग की मशीनों के जरिये ये गोरखधंधा किया जा रहा है। बहरहाल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद सार्वजनिक स्थलों पर पान मसाला के अलावा अब कंपनियों की ब्रांडेड तंबाकू की पैकेजिंग अलग से बेची जा रही है। पान मसाला की खरीदने पर तंबाकू के छोटे-छोटे पाउच बिक रहे हैं। अभी तक प्रशासन द्वारा इनकी बिक्री की रोकथाम के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाए गए हैं। समय-समय पर गुटखा के नमूने लिए जाते हैं। रिपोर्ट में तीन गुटखा कंपनियों के पानमसाला अमानक पाए गए हैं। नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।