बिलासपुर. गंभीर मरीज को बिलासपुर छोड़कर कोरबा लौट रही एंबुलेंस सीपत के हिंडाडीह स्कूल के पास सड़क पर एक माह से खड़े ट्रक से टकरा गई। हादसे में एंबुलेंस के परखच्चे उड़ गए। इसकी वजह से एंबुलेंस चालक और अस्पताल के कर्मचारी को गंभीर चोटें। उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां दोनों ने दम तोड़ दिया। कोरबा स्थित न्यू अस्पताल में कोरबा बुधवारी बाजार निवासी विश्वनाथ पटेल पिता उमेंदलाल पटेल एंबुलेंस चलाता था। सोमवार को अस्पताल में भर्ती एक मरीज को डॉक्टर ने बिलासपुर के निजी अस्पताल रिफर कर दिया। विश्वनाथ और अस्पताल का कर्मचारी मनोज कुमार यादव मरीज को एंबुलेंस क्रमांक सीजी 12 एएक्स 0206 में बैठाकर रात करीब आठ बजे रवाना हुए।
बिलासपुर में मरीज को भर्ती कराने के बाद दोनों रात लगभग साढ़े 11 बजे कोरबा के लिए निकले। रात साढ़े 12 बजे एंबुलेंस सीपत की हिंडाडीह के पास पहुंची। हिंडाहीड शासकीय स्कूल के सामने मुख्य सड़क में खराब ट्रक क्रमांक सीजी 15 डीएफ 4699 ख़ड़ा था। वहां काफी अंधेरा था। एंबुलेंस की रफ्तार काफी तेज होने के कारण चालक खड़े ट्रक को नहीं देख पाया। एंबुलेंस सीधे ट्रक के पीछे हिस्से जा टकराई। ठोकर इतनी जबरदस्त थी कि एंबुलेंस का परखच्चे उड़ गए। हादसे में चालक विश्वनाथ और अस्पताल के कर्मचारी मनोज के सिर और सीने में गंभीर चोटें आइर्। आसपास के लोगों ने तत्काल 112 से संपर्क कर दोनों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र भेजा। वहां उपचार के दौरान दोनों की मौत हो गई। पुलिस ने मृत चालक के खिलाफ ही धारा 304 (ए) के तहत अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है। ग्रामीणों ने बताया कि बिगड़ा ट्रेन करीब एक माह से उसी जगह खड़ा था