जिला कोरिया. में अपने आप को पुलिस अधीक्षक का नजदीकी बताने वाला निलेश तिवारी जो पत्रकारिता की दो आई.डी. लेकर लोगों को भ्रमित कर रहा है। दिनांक 19/10/2019 को पुलिस लाइन में जहां आर.आई., बघेल व पाण्डेय बैठते हैं उसके बगल वाले रूम में निलेश तिवारी, रमेश साहू के पास अपने वाहन को लगाने के नाम पर गया। वाहन मालिक का वाहन 15 साल पुराना है जिसको लेकर रमेश साहू द्वारा बताया गया कि वाहन की जरजर हालत को देखकर पूर्व में वाहन को पत्रकारिता की धौंस में लगाकर रखा था। जहां भी वाहन को लेकर जाते हैं वहीं गाड़ी खड़ी हो जाती है इस बात को लेकर कहा कि मेरा वाहन क्यों नहीं लगाते हो? तेरे को मालूम नहीं कि मैं दूरदर्शन का पत्रकार हूं। एवं कहा गया कि इसके अलावा मेरे पास और भी आई.डी. हैं।
सिपाही रमेश साहू कार्यालय में बैठकर कोई कार्य कर रहे थे उसी समय निलेश तिवारी द्वारा उनके कार्यालय में घुसकर उनके साथ गाली-गलौज व मार-पीट की गई। साथ-साथ यह भी कहा गया कि एस.पी. मेरा खास आदमी है। दूरदर्शन के संवादक एस.के. तिवारी को यह कहकर गुमराह किया गया कि मेरे पास पत्रकारिता के लिए चार चक्का वाहन है। और भ्रमित जानकारी देकर पत्रकारिता हांसिल किया। जबकि एक वाहन पुलिस लाइन में लगा हुआ था और दूसरा वाहन पी.डब्लू.डी. में। जो व्यक्ति अपने संपादक को बेवकूफ बना सकता है तो वह आम जनता व अधिकारियों को भी बेवकूफ बनाकर पैसा निकालने में महारथी होगा।
निलेश तिवारी व महेंद्र पाण्डेय दोनों नजदीकी माने जाते हैं। समाचार में निलेश तिवारी के द्वारा संपादक को संदेश दिया गया था कि मैं बिजरी एस.ई.सी.एल. में इंजीनियर था, हैदराबाद में पढ़ाई की, दिल्ली में पढ़ाई की। जिसमें यह भी लिखा था कि लोग पीठ-पीछे संपादक को क्या कहतेे हैं। निलेश तिवारी द्वारा उस समाचार को लेकर गाली-गलौज भी किया गया था। जिसकी सूचना मौखिक रूप से थाना प्रभारी को दी जा चुकी हे। महेंद्र पाण्डेय द्वारा केशों में झूठी गवाही दी जाती है। जो व्यक्ति शासन के कार्य में विधान डाल सकता है उससे बड़ा गुंडा कौन हो सकता है
निलेश अपने परिवार के लोगों को सिटी कोतवाली में गुंडा-गर्दी के बल पर पदस्थ किये हुए है। उसकी पत्नी महिला सेल में व भाई कोतवाली में है। ये गुंडागर्दी के बल पर जरजर हालत में 3-4 लाख रूपये निकाल चुका है। कृत्यो की रिपोर्ट रमेश साहू द्वारा थाने में दी गई है। रिपोर्ट की जानकारी संपादक द्वारा मांगी गई तो मुंशी के द्वारा फोन पर कहा गया कि हम जानकारी नहीं दे सकते।
अपने आप को जो व्यक्ति चार पीड़ी से कोरिया जिले में निवासरत् बताता है। और कोरिया कुमार को अपने सामने पैदायसी बताता है अनुमान लगाया जा सकता है कि वह व्यक्ति कितना बड़ा झूठा व फ्राॅड होगा। पुलिस गाइड लाइन में लिखा है कि जिसके परिवार में कोई पुलिस की नोकरी करता होगा उसका वाहन नहीं लगाया जा सकता पर पत्रकारिता की धौंस वाहन लगाया गया और पैसा निकाला गया। पत्रकारिता की धौंस पर अपने वाहन को शासकीय विभाग में देकर यह बताता है कि वाहन मेरे पास है। पुलिस लाइन में शासकीय क्वाटर एवं नल-बिजली का मुफ्त में उपयोग करते हुए पुलिस प्रशासन पर आतंकवाद का कहर बरसा रहा है फिर भी पुलिस प्रशासन कार्यवाही क्यों नहीं कर रहा है शासकीय कार्य में बाधा डालने वाले पर कार्यवाही करना अनिवार्य है।
क्रमशः……