Raipur. बीपी बढ़ने और प्रसव पीड़ा से कराह रही गर्भवती को आंबेडकर अस्पताल प्रसूति वार्ड के लेबर रूम में पहुंची महिला डॉक्टर ने इसलिए थप्पड़ जड़ दिए कि चौथी डिलेवरी होने वाली थी। आरोप है कि डॉक्टर ने आते ही पूछा, चौथी डिलीवरी है, कितने बच्चे पैदा करती हो? बीपी बढ़ने की वजह से गर्भवती बोली, मेरी मर्जी। इतनी-सी बात डॉक्टर को बर्दाश्त के बहार हो गई। फिर क्या था, दो थप्पड़ गाल पर रसीद कर दिए। इस पर वहां गर्भवती भानु यादव को पंडरी से अस्पताल लाने वाली मितानिन ने इसे गलत कहा तो महिला डॉक्टर फिर हमलावार हो गईं। लेकिन बीच-बचाव करने के बाद इस बार हाथापाई करने से चूक गई। उसके साथ मौजूद जूनियर डॉक्टरों ने उसे रोक लिया। बहरहाल शुरुआती क्षण में जो कुछ भी हुआ हो, वायरल वीडियो में सिर्फ डॉक्टर ही कूद-कूदकर हाथापाई करती दिख रही है।
उसकी इस करतूत पर अस्पताल प्रबंधन ने भी चुप्पी साध ली। हां, बस इतनी दलील दी गई कि हो सकता है गर्भवती महिला ने कुछ कहा हो, तब ऐसी नौबत आई। मौके पर पति नहीं, बल्कि पंडरी मितानिन निशा पांडेय ही मौजूद थीं, जो अपनी एक और मितानिन के सहयोग से गर्भवती को लाई थीं। डॉक्टर की इस हरकत की वजह से उन्होंने मौके पर अपने सहयोगियों के साथ विरोध जताया। पीड़िता ने डॉक्टर के खिलाफ आंबेडकर अस्पताल पुलिस चौकी में प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पति अरविंद यादव ने बताया कि विवाद के बाद वे पत्नी को लेकर घर आ गए। उनकी आर्थिक स्थिति सही नहीं है, इसलिए सरकारी अस्पताल में डिलेवरी कराना चाह रहे थे। अब कल पैसे की व्यवस्था कर डिलेवरी कराएंगे।