गीदम ब्लाक स्थित ग्राम मुंडेर के जंगल में सोमवार की शाम भालू के हमले में दो ग्रामीण जख्मी हो गए। सूचना पर 108 संजीवनी एम्बुलेंस के कर्मचारी प्रियंका साहू और सुरेन्द्र ठाकुर गांव पहुँचे, उन्होंने घायलों को प्राथमिक उपचार देकर गीदम हॉस्पिटल पहुंचाया। बताया जा रहा है कि मुंडेर गांव के कुमारू मण्डावी अपने मेहमान के साथ, पास के जंगल में मशरूम निकालने गया था।
जहां शाम के समय, एक जंगली भालू ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया। भालू के हमले की चपेट में पहले फरसपाल से पहुंचा गूंगा ग्रामीण आया। भालू ने ग्रामीण पर पीछे से हमला कर दिया। इसके बाद भालू कुमारू की ओर तेजी से बढ़ा वह कुमारू पर लपक गया। इसी दौरान उसने ग्रामीण पर हमला कर दिया। ग्रामीणों के पीठ, जांघ और पैर में भालू ने नोंच लिया।
ग्रामीणों का उपचार करने पहुंचे दल ने ग्रामीणों की चोटों और घावों की जांच की और उन्हें दवाईयां देकर स्वास्थय केंद्र पहुंचाया। जब अन्य ग्रामीणों को जानकारी मिली तो ग्रामीण वहां पहुंचे, जिसके बाद ग्रामीणों के शोर करने के बाद भालू वहां से भागा। ग्रामीण डरे हुए और बदहवास थे।
घायल होने के कारण वे किसी तरह गांव पहुँचे और 108 को फोन किया। प्राथमिम उपचार देने के बाद घायलों को देर गीदम हॉस्पिटल पहुंचाया गया।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के कई क्षेत्रों में जंगली जानवर ग्रामीणों के दिखने पर उन पर हमला कर देते हैं। ऐसा ही एक हमला अंबिकापुर में भी हुआ था। जिसमें भालू ने एक 23 वर्षीय युवक पर हमला कर दिया था।
इस युवक की पहचान जयनाथ सिंह पिता रामशरण सिंह 23 वर्ष निवासी ग्राम खोंड़ मसनकी, सूरजपुर जिला के तौर पर हुई थी। भालू के हमले में युवक को गंभीर चोटें आई थीं। इसके बाद सूचना मिलने पर युवक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओड़गी लाया गया, इसके बाद युवक को . डॉ.शांतनु कुशवाहा की जांच अनुसार संजीवनी 108 एंबुलेंस के माध्यम से सूरजपुर के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया।