शरद पूर्णिमा: अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं। इस बार शरद पूर्णिमा 13 अक्टूबर यानी आज रविवार को मनाई जा रही है। हिंदू धर्म में शरद पूर्णिमा का बहुत बड़ा महत्व बताया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था। इसके अलावा चंद्रमा इस खास दिन धरती पर अमृत की वर्षा करता है। ज्योतिषयों की मानें तो इस बार शरद पूर्णिमा के दिन बृहस्पति की चंद्रमा पर दृष्टि पड़ने से गजकेसरी नाम का बेहद शुभ योग बन रहा है। जिसकी वजह से इस शरद पूर्णिमा का महत्व और अधिक बढ़ गया है। ऐसे में क्या आप जानते हैं इस दिन का शुभ प्राप्त करने के लिए वो कौन से काम हैं जिन्हें करने से व्यक्ति को हमेशा बचना चाहिए। शरद पूर्णिमा के दिन वर्जित इन कामों को करने से मां लक्ष्मी आप से रुठ सकती हैं।
शरद पूर्णिमा पर न करें ये काम-
-शरद पूर्णिमा के दिन व्यक्ति को सिर्फ सात्विक आहार ही ग्रहण करना चाहिए। व्यक्ति को इस दिन तामसिक भोजन और हर तरह के नशे से बचना चाहिए।ऐसा करने से जीवन में नकारात्मकता और निराशा बढ़ जाती है।
– शरद पूर्णिमा के दिन काले रंग के कपड़ों को पहनने से बचना चाहिए। आज के लिए व्यक्ति को पहनने के लिए सफेद रंग के चमकदार वस्त्रों का चुनाव करना चाहिए।
-शरद पूर्णिमा के दिन व्यक्ति को काम वासना से बचने की कोशिश करनी चाहिए। आज के दिन उपवास, सत्संग करने से मन प्रसन्न और बुद्धि प्रखर होती है।
शरद पूर्णिमा पर धन प्राप्ति के लिए करें ये उपाय-
– रात को मां लक्ष्मी के सामने घी का दीपक जलाकर उन्हें गुलाब के फूलों की माला पहनाएं।
-मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उन्हें सफेद मिठाई का भोग लगाएं।
– शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इस मंत्र की 11 माला का जाप करें-
– “ॐ ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद महालक्ष्मये नमः”
शरद पूर्णिमा पर ये काम करने से सेहत को होता है लाभ-
-शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा को अर्घ्य देने से दमा रोगियों की तकलीफ कम हो जाती है।
-धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा के दिन गर्भवती स्त्रियों की नाभि पर चन्द्रमा की चांदनी पड़ने से उनका गर्भ पुष्ट होता है।
-शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की रोशनी में चांदी के बर्तन में रखी खीर खाने से व्यक्ति को शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है।