Home प्रशासन प्रशासन और पंप डीलर्स की बैठक—

प्रशासन और पंप डीलर्स की बैठक—

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इंदौर/भोपाल। ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का असर दूसरे दिन रविवार को नजर आया। शहर के 95 पंपों में से 50 पर पेट्रोल खत्म हो चुका था, जिस कारण अन्य पंपों पर देर रात तक लोगों की भीड़ रही। पेट्रोल-डीजल की कमी को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस ने सोमवार सुबह से मोर्चा संभाल लिया है। कानून-व्यवस्था के हालात न बने, इसलिए पेट्रोल पंपों पर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। वहीं इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के मांगलिया तेल डिपो से शहर के पेट्रोल पंपों पर डीजल पहुंचाने के लिए टैंकर निकलना शुरू हो गए हैं। शहर के मांगलिया स्थित सभी पेट्रोलियम कंपनियों के डिपो पर पुलिस बल तैनात किया जाएगा। जो ट्रांसपोर्टर हड़ताल में शामिल नहीं हैं और डिपो से पंपों तक पेट्रोल-डीजल का परिवहन करना चाहते हैं तो पुलिस-प्रशासन उन्हें सुरक्षा प्रदान करेंगे।

इस बीच इंदौर जिले में डीजल पेट्रोल की हो रही किल्लत को लेकर जिला कलेक्टर ने आज सुबह पेट्रोल-डीजल डीलर्स की बैठक बुलाई है। जिसमें हालात पर चर्चा होगी। हालांकि इस हड़ताल का नगर निगम के पेट्रोल पंपों पर असर नहीं पड़ा है। निगम के तीनों पेट्रोल पंप पर पर्याप्त मात्रा में डीजल-पेट्रोल उपलब्ध है। निगम के अपर आयुक्त रजनीश कसेरा के अनुसार इंडियन ऑयल कारपोरेशन से सीधी आपूर्ति होने के कारण आगे भी कोई असर नहीं पड़ेगा।

हड़ताल के चलते देवास नाका, विजयनगर, परदेशीपुरा, अन्न्पूर्णा क्षेत्र व पार्क रोड सहित कई क्षेत्रों के पंपों पर पेट्रोल खत्म हो चुका है। इंदौर पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्रसिंह वासु ने बताया कि जिन पंपों पर पेट्रोल खत्म हो रहा है, उस क्षेत्र के वाहनों का दबाव अन्य पंपों पर पड़ रहा है, जिससे भीड़ बढ़ रही है। हड़ताल जारी रही तो सोमवार शाम तक पंपों पर पेट्रोल खत्म हो सकता है। प्र

एक दिन बाद जागा प्रशासन

कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने कहा, जिले में कहीं भी पेट्रोल-डीजल की कमी नहीं होने दी जाएगी। टैंकर रोकने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को सांवेर एसडीएम को मांगलिया क्षेत्र में व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी दी गई है।

भोपाल में भी दिखा असर

अलग-अलग ट्रांसपोर्टरों की यूनियनों ने भोपाल, इंदौर, जबलपुर व ग्वालियर में हड़ताल कर करीब डेढ़ लाख बड़े ट्रकों का संचालन नहीं करने दिया। बाकी शहरों में हड़ताल का मिला-जुला असर ही दिखा। पांच सूत्रीय मांगों को लेकर ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल चल रही है। हालांकि यूनियनों के बीच एकजुटता की कमी के चलते ज्यादा संख्या में ट्रकों का संचालन बंद नहीं हो सका। रविवार को हड़ताल की स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी। हालांकि अष्टमी, नवमी के कारण ट्रकों के ड्राइवर अवकाश पर चल रहे हैं।

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