जिला कोरिया में समूह के ठेकेदार जो कि कोरिया से लेकर सरगुजा संभाग में अवैध रूप से वसूली कर रहे हैं। जबकि संवाददाता एक ब्लाॅक या जिले का होता है पर वह सरगुजा संभाग में वसूली कर रहे हैं। जिले व ब्लाॅक में टोली सी बिछा दिए हैं, उनको भी अवैध वसूली का तालीम दिया जा रहा है । यहां तक देखा गया है कि वशिष्ठ टाइम्स के समाचार को लेकर अधिेकारियों पर दबाव बनाकर यह कहा गया है कि हम समझौता करा देंगे उसके लिए हमें इतना पैसा दे दो। सोचने वाली बात यह है कि वशिष्ठ टाइम्स के संपादक भी यदि भिखारी होते तो जगह-जगह जाकर वसूली करते जिसका प्रमाण यह है कि पूर्व जशपुर के एस.पी. के साले का ढाई क्विंटल गांजा केल्हारी में पकड़वाने में सहयोग प्रदान किया गया था। जिसकी एवज में पूर्व एस.पी. के द्वारा दस लाख रूपये देने का आस्वासन दिया गया था। और संपादक ने उसके पैसे का बहिस्कार कर दिया। उसी समाचार को लेकर वशिष्ठ टाइम्स के संपादक ने अपनी ईमानदारी की पहचान बनाई है। चेतावनी दी जाती है कि ऐसे लोगों को अवगत किया जा रहा है जो विज्ञापन का भुगतान कर रहे हैं वो वशिष्ठ टाइम्स के कार्यालय में पहुंचा दें। अन्यथा चार दिन के बाद उनके नाम के साथ उनका उल्लेख किया जाएगा।