रवि शर्मा।।
सोनहत। जनपद पंचायत सोनहत के द्वारा निजी भूमि में बाईस दुकानें बना कर लाखों रुपए हड़पने का मामला सामने आया है, सूत्रों के हवाले से खबर है कि वित्तीय वर्ष 2003-04 में बनकर तैयार हुई दुकानों के मालिकों से पागड़ी के नाम पर पचास हजार तथा लगभग 500 रुपये हर महीने का किराया वसूल कर लाखों की कमाई की और इस राशि को किस कार्य में खर्च किया गया इसका कोई हिसाब नहीं है।कई दुकानों से पानी लीकेज हो रहा है तो कुछ जर्जर हो चुकी है पर जनपद सिर्फ किराए में ही दिलचस्पी दिखाता है।
’निजी भूमि मालिक ने दुकानों पर जताया अपना दावा’
बताया जा रहा है कि उक्त जमीन राजा साहब की है और जनपद पंचायत सोनहत के द्वारा बिना कोई सहमति लिए बेतरतीब तरीके से करोड़ों के निर्माण करा डाले अब कहानी में ट्विस्ट ये है कि पिछले दिनों जमीन मालिक के द्वारा नियुक्त प्रतिनिधि ने सभी दुकानों तथा शासकीय भवनों पर अपना दावा करते हुए न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है तथा इसी तारतम्य में दो तीन दिन पूर्व खाली हुई एक दुकान पर प्रतिनिधि द्वारा उक्त दुकान को अपने कब्जे में ले लिया गया जिससे दुकान मालिक और प्रतिनिधि के बीच विवाद हो गया और आश्चर्य है कि उक्त दुकान मालिक कसरा बोडार का है पर पैसे के लालच में जनपद ने कुछ नहीं देखा और हैरानी तो इस बात पर है कि निजी भूमि पर बिना सहमति लिए इतने बड़े पैमाने पर निर्माण करना निश्चित ही बड़े घपले की ओर इशारा करता है।।