वशिष्ठ टाइम्स।।
कोरिया जिले में जमीन के संबंध में या किसी की जमानत कराना हो तो दलालों से संपर्क करें। कोरिया जिले में ऐसी जानकारी बहोत मिलेगी कि पिता के नाम की जमीन लड़के के नाम होनी चाहिए। फर्जी वसीयत नाती के नाम पर शराब पिलाकर लिखा गया। कुछ लोगों ने उस जमीन को पटवारी की मीली भगत से रजीस्ट्री करा लिया है। आय दिन दलाल लोगों को न्यायलय एवं तहसील या एस.डी.एम के आस-पास मिलेंगे। जिनकी जानकारी पुलिस विभाग के लोगों को भी मालूम है। पर समझ से परे है और ऐसे लोगों की जानकारी लेने से पुलिस भी कतरा रही है। दलालों के ऊपर भूमाफियों की भी क्रिपा है। सोचने वाली बात है, किसी व्यक्ति के नाम जमीन है तो दलालों द्वारा पटवारी से मिलकर जमीन को दूसरे के रिकाॅर्ड में चढ़ाकर जमीन को बेंच दिया जाता है। यहां तक की फर्जी तौर पर वसीयत बनाने में भी नहीं चूकते। बैकुण्ठपुर में ऐसे प्रकरण एस.डी.एम. व तहसील में चल रहे हैं। जमीन की असलीयत मालूम पड़ते-पड़ते जमीन मालिक मर भी जाता हैं, तो उसी के पैसे से दलाल कई पीड़ी तक लड़ते हैं। आदमी अपना पैसा सुरक्षित नहीं रख पाता और जमीन भी सुरक्षित नहीं रख पा रहा है। पटवारियों को और आर.आईयों को पैसा चाहिये। किसी की जमीन हो या छोटी झाड़ का जंगल वो अपने रजिस्टर में चड़ा लेने में माहिर हैं। कानून के गिरफ्त में आने पर वो भूल या त्रुटि मानते हैं। यह कृत्य पटवारी और आर.आईयों का कब तक चलता रहेगा इसपर प्रशासन कब कार्यवाही करेगी व कब तक दलाल ऐेसे ही सफल होते रहेंगे।