वशिष्ठ टाइम्स।।
जिला कोरिया विकास खण्ड सोनहत ग्राम सेवकों को 100-100 का लक्ष्य दिया गया था जिसमें किसी ने 10 तो किसी ने 20 ही प्रपत्र प्राप्त किया। इन ग्राम सेवकों के द्वारा किसानों को बीज उपलब्ध कराने व खाद्य देने का काम अपने-अपने क्षेत्र में ब्लाक स्तर पर दिया जाता है। पर ग्राम सेवकों के द्वारा उस बीज को बाजार मूल्य पर बेंचते है। ये भोले- भाले ग्रामिणों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं बेचकर उन पैसों को बंदरबांट किया जाता है। आज इनकी शान-सौहकत देखा जाए किसी उच्च अधिकारी से कम नहीं है। सोचने वाली बात है कि जितना इनको शासन द्वारा वेतन मिलता है उतना मकान किराया व दारू पीने में गवा देते है। इनके कारनामों से ग्रामीण किसान त्रस्त हो गए है। सोनहत क्षेत्र के विकास खण्ड के ग्राम सेवकों के नाम अंकित हैं।
ग्राम सेवक सुनीता मोगरे के द्वारा भी मोगरे को भी देखा जा रहा है कि एक महिला होकर किसानों के बीजों का हक जो निःशुल्क बीज दिये जाते हैं उसको अच्छे दामों में बाजारांे में बेचते है।