वशिष्ठ टाइम्स।। रवि शर्मा।
जिला कोरिया के सोनहत विकासखण्ड में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में भ्रष्टाचारी का गोरखधंधा जोरो पर चला रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इनका अपने पति के साथ कोई संबंध नहीं है सोनहत के एक जनपद बाबू से विद्यालय के नाम से फर्जी बिल लगा कर सामान का पैसा निकाला जा रहा है। ये जब से सोनहत आयी है उसके उपरांत 15 लाख का जमीन व मकान खरीद ली है जब कि छात्रावास में खाने के समान खरीदने के लिए समाचार पत्र में निवदा निकाली जाती है परन्तु जनपद के बाबू साहब सब कुछ सप्लाई कर रहे है। नियम के विरूद्व कस्तूरबा गांधी में बाबू साहब को रात में भी देखा गया है। सोचने वाली बात है कि अधीक्षिका ने शासन से अनुमति लिया है? जानकार सूत्रों से जानकारी मिली है कि इन संबंध में अगर कोई मैडम से जानकारी मांगता है तो आदिवासी एक्ट की धमकी देने लगती है।
जांच का विषय है अधीक्षिका के पास इतना पैसा आया कहां से?