जशपुरनगर 11 अक्टूबर 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कृषि के साथ अन्य फसलों को लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। उद्यानिकी विभाग के द्वारा जिले के किसानों को फूलों की खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है। ताकि उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके और किसानों की आय में निरंतर वृद्धि हो सके। जिला प्रशासन के अंतर्गत उद्यान विभाग के द्वारा किसानों को आधुनिक तकनीक से पौधा रोपण करने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। किसानों की सहमति से उनकी निजी भूमि में फूल का पौधा रोपण कार्य कराया जा रहा है। जिले के किसानों को उद्यान विभाग द्वारा तकनीकी प्रशिक्षण देकर उन्नत फसल उत्पादन करने के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी कड़ी में कांसाबेल विकासखण्ड के ग्राम हथगड़ा निवासी श्री लक्ष्मण कुमार बंजारा ने उद्यानिकी विभाग से तकनिकी मार्गदर्शन लेकर गेंदा पौध का रोपण किया गया था।
श्री लक्ष्मण कुमार बंजारा ने बताया कि उद्यानिकी विभाग के द्वारा उन्हें पुष्प उत्पादन के महत्व एवं लाभ के विषय के बारे में तकनीकी मार्गदर्शन उपलब्ध कराया गया एवं स्वयं के साधन से अपने बाड़ी में गेंदा पौध रोपण किया। गेंदा की उन्नत खेती किया। जिससे गेंदा का अच्छा पैदावार होने लगा है। स्थानीय बाजार के साथ आस-पास के क्षेत्र में गेंदा पुष्प का अच्छा मांग होने सीजन अनुसार उन्हें 52 हजार रुपए का आमदनी प्राप्त हो गया है। वे खेती करके संतुष्ट हैं। उन्होंने बताया कि भविष्य में उन्नत पुष्प उत्पादन करके अपने आय में बढ़ोतरी करते रहेंगे
किसान श्री लक्ष्मण कुमार बंजारा के पास कुल 0.529 हे. भूमि है। जिनका सिंचित रकबा 0.250 है। वर्ष 2023-24 स्वयं के साधन से रकबा 0.250 हे. में गेंदा पौध रोपण किया गया था।
जशपुरनगर : जशपुर जिले में मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना के तहत स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है। और आंगनबाड़ी के नन्हें – मुन्ने बच्चों का हेल्थ चेकअप किया गया। विगत दिवस फरसाबहार विकास खंड के सेक्टर तपकरा के आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों का स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य चेकअप किया गया और डाक्टरों ने उनके पालकों को उचित परामर्श दिया गया।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन के अंतर्गत मुख्यमंत्री बाल सन्दर्भ योजना के तहत कुपोषित बच्चों को कुपोषण के चक्र से बाहर लाने और कुपोषण की दर में कमी लाने हेतु योजना का संचालन किया जा रहा है। इस योजना के तहत बच्चों को चिकित्सीय परीक्षण एवं बाल रोग विशेषज्ञों द्वारा परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।
जशपुरनगर : कलेक्टर डॉ रवि मित्तल के मार्गदर्शन में जशपुर जिले में राजस्व विभाग की टीम द्वारा गिरदावरी का कार्य तेजी से किया जा रहा है। विगत दिवस पत्थलगांव विकासखंड में राजस्व टीम द्वारा ग्राम वासियों, राजस्व निरीक्षक तथा हल्का पटवारी की उपस्थिति में अतिरिक्त तहसीलदार, नायब तहसीलदार के द्वारा गिरदावरी जांच किया गया और किसानों से फसलों के संबंध में जानकारी ली गई।
उल्लेखनीय है कि गिरदावरी एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसमें राजस्व विभाग द्वारा खेतों की फसल और भूमि के स्थिति का निरीक्षण किया जाता है। यह प्रक्रिया मुख्यतः फसल उत्पादन, फसल हानि, और भूमि उपयोग के आंकड़ों को संकलित करने के लिए की जाती है।
फसल की पहचान किस फसल को कौन सी भूमि पर उगाया गया है, इसकी जानकारी जुटाना फसल की स्थिति फसल की स्थिति का मूल्यांकन करना, जैसे कि फसल की वृद्धि, बीमारियाँ आदि प्राकृतिक आपदाओं या अन्य कारणों से फसल के नुकसान का आकलन करना।
गिरदावरी का कार्य किसानों को भी लाभ पहुंचाता है, क्योंकि यह उन्हें सही समय पर जानकारी प्रदान करता है, जिससे वे अपने फसल प्रबंधन को बेहतर बना सकें।
जशपुरनगर : जशपुर जिले में आगामी 21 अक्टूबर को मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक आयोजित की जा रही है । बैठक में लगभग 80 सदस्य शामिल होने की संभावना है । जिले में तैयारी जोरों शोरों से चल रही है। कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने अधिकारियों को बैठक की सारी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बाहर से आने वाले मंत्रियों और सदस्यों के रूकने व्यवस्था,पार्किंग, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। लाइजनिंग अधिकारी बनाने के लिए कहा साथ ही रूट चार्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों के लिए अलग अलग जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जशपुर जिले में पहली बार इतनी बड़ी सरगुजा प्राधिकरण की बैठक होने वाली। इसमें किसी भी तरह की कोई कमी नहीं होनी चाहिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय प्रदेश के क्षेत्र के विकास के साथ ही आदिवासी क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य सड़क पूल पुलिया ,पेय जल , अधोसंरचना आधुनिक तकनीक जैसे अन्य संसाधनों पर विशेष ध्यान दें रहे है। ताकि दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों तक सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके इसके लिए सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण मिल का पत्थर साबित होगा।
उल्लेखनीय है कि बैठक में प्राधिकरण के गठन पर चर्चा, प्राधिकरण का कार्य क्षेत्र, मद से स्वीकृत किए जाने वाले प्रमुख कार्य, वित्तीय वर्ष 2024 – 25 में प्राधिकरण के लिए बजट पर चर्चा, प्राधिकरण मद से वित्तीय वर्ष 2019-20 से 2023 – 24 स्वीकृत कार्यों की प्रगति की समीक्षा एवं अन्य बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।