मुख्यमंत्री की पहल पर नंदकुमार को मिला कृत्रिम पैर
सड़क दुर्घटना में एक पैर गंवा चुके नंदकुमार ने सीएम कैंप कार्यालय बगिया से मांगी थी मदद,
मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद
जशपुरनगर : सड़क दुर्घटना में अपना एक पैर गंवा चुके नंदकुमार के लिए एक नई उम्मीद की किरण तब आई जब मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर उन्हें कृत्रिम पैर उपलब्ध कराया गया। इससे नंदकुमार की जिंदगी में फिर से एक नई शुरुआत हुई है और उनके चेहरे पर मुस्कान लौट आई है।
दुर्घटना में एक पैर गंवाने के बाद नंद कुमार राम कई परेशानियों से जूझ रहे थे। मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बगिया में जाकर अपनी समस्या बताया और मुख्यमंत्री से कृत्रिम पैर की मांग करते हुए अपनी स्थिति को साझा किया। इस पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने तत्काल संज्ञान लेते हुए नंदकुमार को जल्द से जल्द कृत्रिम पैर उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद इन्हें रायपुर भेज कर कृत्रिम पैर दिलाया गया। अब वह फिर से बिना परेशानी से अच्छे से चल फिर रहा है और बहुत खुश है।
केरसई निवासी नंद कुमार राम ने बताया कि वे ड्राइवर का काम करते थे। वे कोरबा से रांची बस चलाते थे। वर्ष 2018 में सिसई झारखंड में उनका एक ट्रक के साथ एक्सीडेंट हो गया। उस एक्सीडेंट के कारण उनका एक पैर काटना पड़ा। जिससे उन्हें बहुत समस्या होती थी। उनका ध्यान रखने के लिए घर के एक आदमी को उनके साथ रहना पड़ता था। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के पास गए तो उम्मीद जगी। मुख्यमंत्री के प्रयास से रायपुर भेज कर उनका पैर लगवा दिया गया है। अब नंदकुमार राम बिना बैसाखी के चल लेते हैं। पहले बिना बैसाखी के नहीं चल पाते थे। उन्होंने बताया कि अब बहुत अच्छे से चल सकते हैं। नंद कुमार राम और उसकी पत्नी सिलादेवी ने मुख्यमंत्री साय का आभार जताते हुए धन्यवाद दिया है।
विष्णु के सुशासन में गांव के विकास के लिए गांवों में आयोजित की जा रही विशेष ग्राम सभाएं
बगिया के विशेष ग्राम सभा में लोगों को विभिन्न योजनाओं, पंचायत की विकास योजनाओं के बारे में दी गई जानकारी
जानकारी प्राप्त कर ग्रामीणों द्वारा तैयार किया जाता है विकास योजना
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय राज्य के ग्राम पंचायतों को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए बेहतर प्रयास कर रहे हैं।
पंचायती राज मंत्रालय के तहत देश भर में 750 चुनिंदा गांवों में विशेष ग्राम सभाएं आयोजित की जा रही हैं, जिसका उद्देश्य सभी ग्रामीणों को एकजुट करना और गांव के विकास के लिए ग्राम पंचायत विकास योजनाओं पर चर्चा करना है।
विगत दिवस बगिया ग्राम पंचायत में एक विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामवासियों को विभिन्न जन योजनाओं, पंचायत की विकास योजनाओं और सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई। इसके साथ ही योजना की जानकारी लेने के बाद विकास योजना ग्रामीणों द्वारा तैयार किया जाता है।
कार्यक्रम में गांव के सरपंच राजकुमारी साय और सचिव रमाकांत वैष्णव ने ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया कि और कहा कि अपनी पंचायत की योजनाओं में सक्रिय भागीदारी करें और विकास की दिशा में प्रगति करें। उन्होंने पंचायत की सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता बनाए रखने और ग्राम सभा में महिलाओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया। इसके साथ ही, उन्होंने स्वच्छता और नशा मुक्ति अभियान के लिए ग्रामीणों को शपथ दिलाई।
ट्रांसफार्मर रूरल इंडिया की दिव्या प्रियदर्शनी द्वारा ग्राम पंचायत विकास योजना के तहत संचालित पीपीसी पर लघु फिल्म दिखाई गई। इसके साथ ही उन्होंने जीपीडीपी, सतत विकास के स्थानीय करण के विषयों की चर्चा की और बगिया ग्राम पंचायत के पंचायत विकास सूचकांक स्कोर की जानकारी दी। इसी आधार पर संकल्प लेने में सहायता करना और इस संकल्प के पूरा करने में स्थानीय महिलाओं के सामुदायिक संगठन, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि और स्थानीय विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों की भूमिका का उल्लेख किया गया।
इस कार्यक्रम में लगभग 300 लोगों ने भाग लिया, जिसमें महिलाएं, 75 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक, स्कूली बच्चे और अन्य विभागीय कर्मचारी शामिल हुए। ग्राम सभा में वरिष्ठ नागरिकों का विशेष सम्मान किया गया और उनसे गांव में हुए बदलावों के अनुभव साझा किए गए।
ग्राम सभा का समापन वृक्षारोपण समारोह से किया गया, जिसमें पंचायत के सभी सदस्यों ने भाग लिया और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। बगिया ग्राम पंचायत में आयोजित यह विशेष ग्राम सभा समुदाय के सभी वर्गों को एकजुट करने में सफल रही और गांव के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
प्रोजेक्ट उन्नति के तहत मनरेगा कर्मियों को दिया जा रहा फास्ट फूड निर्माण का प्रशिक्षण
बरडांड एवं कंडोरा के 32 जॉब कार्डधारी सदस्यों को दिया जा रहा 10 दिवसीय प्रशिक्षण
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर प्रोजेक्ट उन्नति के तहत मनरेगा कर्मियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और अतिरिक्त आय के साधन उपलब्ध कराने के लिए भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।
इसी कड़ी में कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के मार्गदर्शन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अभिषेक कुमार के निर्देशन में प्रोजेक्ट उन्नति के तहत मनरेगा अंतर्गत 100 दिवस रोजगार पूर्ण किए जनपद पंचायत कुनकुरी के ग्राम पंचायत बरडांड एवं कंडोरा के 32 जॉब कार्डधारी परिवारों के सदस्यों को रूरल सेल्फ एम्प्लॉयमेंट ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट (आरसेटी) जशपुर के माध्यम से फास्ट फूड स्टॉल उद्यमी का 30 सितंबर से 9 अक्टूबर 2024 तक 10 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
प्रशिक्षण में प्रशिक्षणार्थियों को गुपचुप, मंचूरियन, भेलपुरी, समोसा, चाउमीन एवं अन्य फास्ट फूड बनाना सिखाया जा रहा है। मास्टर ट्रेनर श्रुति अग्रवाल ने बताया कि प्रशिक्षण में प्रशिक्षार्थियों को प्रतिदिन हम जो फास्ट फूड खाते हैं उन्हें बनाने की विधि के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की स्वादिष्ट फास्ट फूड बनाने के तरीके के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की जा रही है।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम 2005 का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराना है तथा ग्रामीणों को इन परीक्षणों के माध्यम से परिवार के आजीविका सृजन में वृद्धि करना है इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु ग्रामीणों को आर सेटी के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान कर आजीविका संवर्धन किया जा रहा है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के संबंध में आरसेटी के डायरेक्टर अरुण अविनाश मिंज ने बताया कि इस प्रशिक्षण में फास्ट फूड के अलावा प्रशिक्षणार्थियों को आजीविका विकास कार्यक्रम से संबंधित जानकारी भी प्रदान की जा रही है ताकि वे व्यवसाय को अपनी अतिरिक्त आजीविका के साधन के रूप में अपना सकें। प्रशिक्षण का समन्वय फेकल्टी विकास कुमार सिन्हा के द्वारा किया जा रहा है।
जिला चिकित्सालय जशपुर में मरीजों को मिलने वाले पौष्टिक भोजन का किया गया निरीक्षण
मरीजों को मेनू के आधार पर दिया जा रहा है भोजन
जशपुरनगर : जिले के स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और सभी स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को बेहतर उपचार सहित उन्हें मिलने वाली सभी सुविधा सुनिश्चित करने हेतु कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सतत रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।
इसी कड़ी में डॉ.व्ही. के. इंदवार और राजेश कुरील ने कल शाम जिला चिकित्सालय जशपुर में मरीजों को दिए जाने वाले भोजन सहित अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि मरीजों को स्वच्छता का पालन करते हुए मेनू के मुताबिक पौष्टिक भोजन दिया जा रहा है। उन्होंने भोजन वितरण करने वाली संस्था को सख्त निर्देश दिए कि गुणवत्ता से समझौता किए बिना प्रतिदिन मेनू के अनुसार ही पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जाए।
पारम्परिक दशहरा उत्सव के भव्य आयोजन एवं व्यवस्थापन हेतु बैठक का हुआ आयोजन
उत्सव हेतु व्यवस्था के लिए विभिन्न विभागों में समन्वय हेतु दिए गए निर्देश
जशपुरनगर : जशपुर में पारम्परिक रूप से मनाए जाने वाले दशहरा उत्सव की तैयारियों हेतु शुक्रवार को जिला कार्यालय सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के मार्गदर्शन में दशहरा उत्सव आयोजन समिति के सदस्यों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें आयोजन को भव्यता के साथ व्यवस्थित एवं शांतिपूर्ण रूप से आयोजित करने हेतु चर्चा की गई।
बैठक में अपर कलेक्टर प्रदीप कुमार साहू द्वारा आयोजन में रथ निर्माण एवं उसके लिए आवश्यक सामग्री उपलब्धता के साथ रथ परिक्रमा पथ में विद्युत लाइनों को ऊंचा करने एवं पेड़ों की शाखाओं की छटाई करने, सुरक्षा की दृष्टि से यातायात व्यवस्था, बैठक व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, माइक व्यवस्था, बैरिकेटिंग व्यवस्था, मंदिर के रंग रोगन की व्यवस्था, शौंचलयों की व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने उत्सव स्थल पर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के दलों को उपस्थित रहने तथा गरबा समितियों को अपने आयोजन स्थलों पर सीसीटीवी की स्थापना करने को कहा।
बड़ी गाड़ियों की पार्किंग हेतु वैकल्पिक व्यवस्था के लिए तहसील परिसर, विश्राम गृह परिसर, सेंट्रल बैंक के निकट मैदान में व्यवस्था करने के साथ यात्री बसों के लिए उत्सव के समय बस स्टैंड तक पहुंचने हेतु वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था कराने को कहा। इसके अतिरिक्त उन्होंने सभी विभागों को समन्वयन करते हुए भव्य रूप से उत्सव का आयोजन करने के लिए निर्देशित किया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी ने सुरक्षा व्यवस्था हेतु आयोजन स्थल पर व्यवस्थापन हेतु नगर सैनिकों की व्यवस्था, अग्निशमन गाड़ियों की व्यवस्था, यातायात के नियंत्रण हेतु यातायात पुलिस की मुख्य मार्गों एवं चौक चौराहों पर उपस्थिति एवं अन्य व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने को कहा।
इस अवसर पर एसडीएम प्रशांत कुमार कुशवाहा, डिप्टी कलेक्टर ऋतुराज सिंह बिसेन, हरिओम द्विवेदी, विश्वास राव मस्के, सीएमओ योगेश्वर उपाध्याय सहित दशहरा समिति से कृष्ण कुमार राय, गोपाल राय, राज शरण भगत, अमर सिंह देव, रूपेंद्र सिंह, अरुण सिंह, अनूप नारायण सिंह, पवन गुप्ता, सुनील सोनी, मनोज कुमार मिश्रा, विजय कुमार निकुंज, रोपण राम अगरिया सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
सफलता की कहानी
लखपति दीदी से करोड़पति बनने की राह पर बिहान दीदी अनीता साहू
ईट का व्यापार से प्रतिदिन 10 हजार का शुद्ध लाभ
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर जिले में महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
इसी कड़ी में कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के मार्गदर्शन ओर जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार के दिशा निर्देश में स्थानीय महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो इसके लिए स्व सहायता समूह गठित कर विविध गतिविधियों से जोड़कर नए नए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। और जिले के महिला आर्थिक रूप से मजबूत बनकर लखपति दीदी के रूप में जाने जा रहे है।
यह कहानी एक ऐसी महिला की है जो करोड़पति बनने की राह पर अग्रसर है जिसने एक मिसाल कायम किया है और न जाने कितनों को प्रेरित कर रही है। अनिता साहू काँसाबेल विकासखण्ड की नरियाड़ाँढ ग्राम पंचायत प्रगति महिला ग्राम संगठन में नारी शक्ति स्व सहायता समूह की सदस्य है और कल्पना संकुल संगठन चेतना के अंतर्गत एफएलसीआरपी के पद पर बिहान कार्यक्रम से जुड़ी हुई है। इनके पति शंकर दयाल साहू शिक्षक हैं और इनके दो बच्चे हैं 9 वी तथा 7 वी में पढ़ाई करते हैं। आज उद्यमिता विकास के क्षेत्र में इनका नाम सबसे आगे है, अपनी सोच की बदौलत इस मुकाम में पहुंची है। मूलतः झारखंड से हैं और विवाह होकर 2008 में काँसाबेल आई, 2016 के सी आरपी राउंड मे समूह से जुड़ी और 2017 मे एफएलसीआरपी बनी । पति अपने कार्य मे वयस्त रहते थे अनीता ने सोचा क्यों नहीं छोटा छोटा कार्य कर अपनी आय में वृद्धि की जाए, उसने यू ट्यूब देखा और फ्लाई एश ब्रिकक्स बनाने का कार्य शुरू करने की सोची । 2017 में बैंक लिंगकिज के माध्यम से 1 लाख रुपये का लोन लिया एवं सीआइएफ से 60000 की राशि लेकर करीब डेढ़ लाख में फ्लाई एश ब्रिकक्स बनाने का छोटा मशीन खरीदा और बिजनस शुरू किया। आस पास से मांग आने लगी और धीरे धीरे पहचान बनने लगी और लाभ होने लगा। समूह की अन्य 3 दीदियों को कार्य से जोड़ मांग की अधिकता एवं लाभ कमाने लगी और व्यापार मे इनकी सोंच बढ़ने लगी की और ज्यादा उत्पादन किया जाने लगा
सोंच से दशा दिशा बदल गई अनीता ने चउउिम रोजगार से 15 लाख का लोन लिया। 13 लाख का हीपकों फ्लाई एश ब्रिकक्स मशीन खरीदा 1.5 लाख मे 20 केवी का ट्रांसफार्मर लगाया और उत्पादन शुरू कर दिया । आज के दिनों मे 8 समूह सदस्य 3 पुरुष काम कर रहे हैं हैं और प्रतिदिन 10000 ईट का उत्पादन कर प्रतिदिन खर्च काट कर 10000 रु प्रतिदिन शुद्ध लाभ कमा रह है। महीने में 22-25 दिनों के कार्य से 2.2 लाख से लेकर 2.5 लाख की मासिक आमदनी हो रही हैद्य शुद्ध करीब 10000 का मासिक विद्युत खर्च भी वहन कर रही है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की टीम उनसे हिसाब किताब समझने गई थी।
शासकीय मांग के अनुसार प्रधानमंत्री आवास निर्माण में 8 इंच एवं 9 इंच ईट की आपूर्ति प्रतिदिन की जा रही है। कच्चा माल (एश) खरसिया रायगढ़ से आता है, हाइवा मे करीब 30 टन, 650 रु प्रति टन के हिसाब से खरीदा जाता है, जो मात्र ढुलाई खर्च होता है एश मुफ़्त मे मिलता है । इसके अतिरिक्त रेत एवं सिमेन्ट भी लगता है और केमिकल भी इस्तेमाल होता है। 1 ईट तैयार करने मे 3.20रु लगता है जो 4 रु से 4.25 रु तक बिकता है और भी तकनीकी पहलू हैं। परंतु यह ईट लोकप्रिय है, इसकी मांग पूर्ति पूरी नहीं हो पा रही है इसलिए प्रतिदिन उत्पादन बढ़ाने की सोंच अनीता साहू ने अपने जहनन मे रखा है ।
अनीता साहू की बातों मे मेहनत और आत्मविश्वास की मुस्कान झलक रही थी, बहुत ही शालीनता से अपनी बात मनोरा से भ्रमण करने वाली समूह की दीदियों को बता रही थी । मनोरा की दीदीया भी उत्साहित है और फ्लाई एश ब्रिकक्स का व्यापार करने हेतु उद्योग विभाग से मिलने जा रही है, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन जिला दल उनका सहयोग कर रहें हैं। अनीता साहू ने जिस तरह की मिसाल प्रस्तुत किया है उस से सभी बहुत प्रेरित।
प्राकृतिक आपदा में जनहानि के एक मामले में प्रभावित परिजन हेतु 04 लाख की राशि स्वीकृत
जशपुरनगर : कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने प्राकृतिक आपदा में जनहानि के एक मामले में प्रभावित परिजन को आर.बी.सी. 6-4 के तहत् 04 लाख रुपए की आर्थिक सहायता अनुदान राशि की स्वीकृत दी है। मनोरा तहसील अंतर्गत ग्राम कुलाडोर निवासी संजू राम का सर्पदंश से 10 जनू 2023 को मृत्यु हो गई। मृतक के निकटतम वारिस उनके माता ननेसरी बाई हेतु 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत की गई है।