जशपुरनगर : केबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त छत्तीसगढ़ पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष श्री आर.एस. विश्वकर्मा की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में आयोग के सदस्य श्री यशवंत सिंह वर्मा, श्री नीलांबर नायक, श्री बलदाउ राम साहू, श्री हरिशंकर यादव, श्रीमती शैलेन्द्री परगनिहा, श्री कृष्णा गुप्ता, जशपुर कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल सहित विभाग के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
बैठक में अध्यक्ष श्री आरएस विश्वकर्मा ने जिले में शासन कि जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के साथ ही पिछड़े वर्ग की सहभागिता में वृद्धि करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में पिछड़े वर्गों की सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक स्थितियों का आंकलन कर उनके कौशल विकास पर विशेष ध्यान केंद्रित करने को कहा। इसके अतिरिक्त उन्होंने आगामी त्रिस्तरीय पंचायत एवं नगरीय निकायों में प्रतिनिधित्व का आंकलन कर उच्चतम न्यायालय के निर्णयानुसार जानकारी प्रदान करने के निर्देश दिए।
कम्युनिटी रेडियो की विकासखण्ड स्तर पर करें स्थापना- श्री विश्वकर्मा
अध्यक्ष श्री विश्वकर्मा द्वारा जिले में पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए नवीन अधोसंरचना जैसे आंगनबाड़ी, स्कूल, छात्रावास, मैदान आदि की सुविधाएं पिछड़े वर्गों के बच्चों के लिए बनाने तथा इनमें उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार करने हेतु शासन की योजनाओं की विभागवार पाम्पलेट, ब्रोसर, दीवार लेखन द्वारा जानकारी लोगों को देने एवं कम्युनिटी रेडियो जैसे नवाचारी माध्यमों को अपना कर लोगों तक योजनाओं की पहुंच बढ़ाने को कहा। उन्होंने कौशल विकास के साथ चाय की खेती, लौंग की खेती, पॉली हॉउस, फूलों की खेती आदि बागबानी फसलों को प्रोत्साहन देते हुए पिछड़े वर्गों के समूह एवं संगठन बना कर खेती से जुड़े लोगों को पारम्परिक खेती के साथ कुछ नवाचार अपनाकर आय में वृद्धि कराने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने पिछड़े वर्ग के लोगों की सभी समस्याओं एवं आवेदनों पर संवेदनशीलता पूर्वक ध्यान देते हुए उनका निराकरण करने के भी निर्देश दिए।
आयोग के सदस्यों द्वारा जिले में देशदेखा रॉक क्लाइम्बिंग, चाय बागान, सिकलसेल स्क्रीनिंग, जशप्योर ब्रांड, प्रोसेसिंग यूनिट, मिनीमाता महतारी जतन सहायता योजना में किये गए कार्यों की सराहना करते हुए पिछड़े वर्गों के उन्नयन हेतु सभी विभागों के समन्वय से उन्हें सभी वर्गों के सम्यक लाने एवं उनके विकास हेतु निरन्तर कार्य करने हेतु प्रेरित किया गया। उन्होंने सभी विभागों की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी भी ली।