बैकुण्ठपुर मुख्यालय में पदस्थ मुख्य जनपद पंचायत सी.ओ. पन्ना जो कि बैकुण्ठपुर के निवासी भी है। बताया जाता है कि, पूर्व से ही जनपद पंचायत में हेरा-फेरी करके अपना बिल्डिंग भी बनाये हुए है। चर्चा का विषय है कि, जहां पर भी सी.ओ. पद पर रहे उनके द्वारा पंचायत के सचिवों का दोहन किया। और उनको कार्यालय के काम से कोई वास्ता नहीं। उनके लिए पंचायतों के सचिवों का दोहन करना आम बात है। ये लोगों को दिखावा ज्यादा करते है।
जानकार सूत्र बताते है कि, पैसे के बल पर जहां चाहे वहां पदस्थ हो जाते है। क्योंकि इनके संस्कार में अपने से बड़ों का सम्मान करना नहीं लिखा है। उनका कहना है कि, ‘‘सब-कुछ पैसा है पैसे के आगे सभी झुकते है।’’ लोगों के द्वारा बताया जाता है कि, गठेलपारा में करोड़ों की बिल्डिंग बना कर बैठे हुए है। क्या अपने विभाग से अनुमति लिए है ? जानकारों के मुताबिक उनके घर में करोड़ों से ऊपर तक की शान-शौकत की चींजे पायी जा सकती है।
वहीं कुछ लोगों के द्वारा बताया जाता है कि, पन्ना एक क्रिश्चियन समाज से आते है। और कुछ लोगों को अपने जाति का उदाहरण भी देते है। सचिवों को बताते है कि, मेरे को काम का छः प्रतिशत कमिशन चाहिए। नहीं तो मैं तुम्हारे काम में विघ्न डालूंगा। ऐसे अधिकारी देखने को कम मिलंेगे। ये जनपद में सुबह बैठते है तो शाम को नहीं बैठते है बाकि समय अपने परिवारों में व्यतित करते है। ऐसे कर्मचारी/अधिकारी को जिले से या ब्लाॅक से दूर रखना अत्यंत आवश्यक है। ताकि उनको भी अपने नौकरी का अहसास हो सके।