राजस्थान : पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘X’ पर पोस्ट करके प्रदेश के युवाओं के लिए बेरोजगारी भत्ते की मौजूदा स्थिति पर गहरा चिंता व्यक्त की है। गहलोत ने लिखा है कि उनके कार्यकाल के दौरान राज्य में बेरोजगार युवाओं को 4500 रुपये प्रति महीने का भत्ता देना शुरू किया गया था, जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण सहारा साबित हुआ।
गहलोत ने बताया कि, पिछले कई महीनों से उन्हें यह भत्ता नहीं मिल रहा है, जिसके कारण उनकी पढ़ाई में रुकावटें आ रही हैं। उन्होंने इस स्थिति को लेकर प्रदेश की वर्तमान सरकार और मुख्यमंत्री भजनलाल को आड़े हाथों लिया है।
गहलोत ने अपनी पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस गारंटी का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने वादा किया था कि भाजपा सरकार बनने पर कांग्रेस सरकार की किसी भी योजना को बंद नहीं किया जाएगा, बल्कि उसे और मजबूत किया जाएगा। गहलोत ने कहा कि, राजस्थान के युवाओं ने इस गारंटी पर भरोसा करके भाजपा को वोट दिया था, लेकिन अब वे न तो नौकरी पा रहे हैं और न ही बेरोजगारी भत्ता, जिससे उनके पास केवल निराशा और अफसोस ही रह गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री भजनलाल से आग्रह किया कि वे जल्द से जल्द बेरोजगारी भत्ते को पुनः शुरू करें ताकि प्रदेश के युवाओं को राहत मिल सके। गहलोत का यह बयान प्रदेश की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे सकता है, खासकर तब जब राज्य में बेरोजगारी और युवाओं के मुद्दे पहले से ही चर्चा में हैं।