मधुर कोरियर के नाम से जनता से कर रहे लुट
जिला-कोरिया बैकुण्ठपुर में मधुर कोरियर के प्रबंधक द्वारा एक साधारण लिफाफे को छ.ग. से म.प्र. भेजने पर 50 से 60 रू. ले लिया जाता है, और अगर छ.ग. में ही भेंजे तो 30 से 40 रू. ले लिया जाता है, 15 से 20 ग्राम लिफाफे का इतना पैसा लिया जाता है, तो किलो का कितना ले लेते होंगे, लेकिन जनता को अपना काम जल्दी हो जाने के कारण देना पड़ता है, पर एक हप्ते से पहले कोई भी डाक नहीं पहुंचता, अनुभव के लिए वशिष्ठ टाइम्स के संपादक ने भी 26.12.2018 को समाचार पत्र का बंडल पार्सल मधुर कोरियर में दिया था, जिसका वजन 4 किलो 300 ग्राम था, उस पार्सल को बैकुण्ठपुर कोरिया छ.ग. से नरसिंहपुर म.प्र. को भेजा, जिसका मुल्य 500 रू. लिया गया, और आज दिनांक 02.01.2019 तक नहीं पहुंचा है, जब की भारत सरकार का नियम है, की जिस कम्पनी ने मधुर कोरियर के नाम से रजिस्ट्रेशन कराया, उस रजिस्ट्रेशन में एक काॅलम रहता है की, समाचार पत्र के लिए छुट रहे, पर बैकुण्ठपुर कोरियर प्रबंधंक ने सभी नियम कानुन ताक पर रखकर किसी को न पहचानते हुए लुट का कार्य जारी रखा, कहावत सही है की, एक लाठी से सभी को मारना अच्छी बात नहीं है, यह नियमों की धज्जियां उड़ाना है, सरकार को ऐसे लुटेरों के उपर कार्यवाही करनी चाहिए जिसका प्रमाण डाक की रसीद है।
पार्सल का रसीद