चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है। इस बार हिंदू नववर्ष आज 09 अप्रैल से शुरू हो चुका है। इसके पीछे की मान्यता है कि देव युग में ब्रह्मा जी ने इसी दिन से सृष्टि की रचना शुरू की थी। इसीलिए इस दिन को हिंदू नववर्ष के रूप में मनाया जाता है।
धरती के अपनी धूरी पर घुमने और धरती के सूर्य का एक चक्कर लगाने के बाद जब दूसरा चक्र प्रारंभ होता है तभी हिंदू नववर्ष मनाया जाता है। इस दिन गुड़ी पड़वा, उगादी और चैत्र नवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है।
हिंदू धर्म में चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को नवसंवत की शुरुआत होती है। इसे भारतीय नववर्ष भी कहा जाता है। इसका आरंभ विक्रमादित्य ने दिया था। इसका आरंभ विक्रमादित्य ने दिया था। इसलिए इसे विक्रम संवत भी कहा जाता है। इस समय से ऋतुओं और प्रकृति में परिवर्तन भी आरंभ होता है। ऐसी मान्यताएं हैं कि इसी पवित्र मास की नवमी तिथि को प्रभु राम का भी जन्म हुआ था। इसलिए चैत्र का महीना परमफलदायी माना गया है।