पुलिस और जुवारीयों में समझौता
जिला-कोरिया में पुलिस और अपराधियों में समझौता हो गया है, की कबाड़ी, जुआरी, सट्टोरिया और मादक पदार्थ वालों से पुलिस का समझौता का संदेह आ रहा है, चर्चा का विषय यह है की साल में एक बार दीपावली का त्यौहार आता जिसमें लोग खुब जुआ खेलते हैं, और हर साल हजारों लाखो रू. पुलिस द्वारा पकडे़ जाते हैं, और इस साल भी कोरिया जिले में लाखों का जुआ हुआ पर पुलिस वालों के हाथ एक भी जुआ का केस नहीं आया जिससे लोगों में चर्चा है की थाना प्रभारीयों को जुआ के ठेकेदार के द्वारा 5000 रू. और सभी स्टाप को मिठाई का डिब्बा दिया गया है, और तो और जुआरीयों के ठेकेदार भाई पुलिस में सर्विस करते हैं तो इसका पुलिस प्रशासन पर प्रभाव पड़ रहा है, यह भी चर्चा है की चिरमिरी में कबाड़ का काम बड़े जोरो से चल रहा है, जिसका आमदनी जोड़ा जाए तो महीने में तीन-चार लाख के लगभग है क्योंकि चिरमिरी क्षेत्र के चैंकी प्रभारी व थाना प्रभारी का कहना है की हमको अपने उच्च अधिकारीयों को खुश रखना पड़ता है, क्या सुरक्षा के लिए पुलिस का सहयोग होना जरूरी नहीं, इसी प्रकार यातायात पुलिस वाले जगह जगह पर गाड़ी वाले आाम जनता को रोक कर हेलमेट व कागजात के नाम एक एक व्यक्ति से दौ सौ तीन सौ रूपये वसुलते हैं, क्या इन सब कार्यों के उपर पुलिस विभाग के उच्च अधिकरीयों का नजर नहीं है? इस पर पुलिस प्रशासन ध्यान दे।