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प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत व्यवस्था हेतु पुख्ता इंतजाम करने के निर्देष…….

समिति आपदा के समय की जा रही तैयारियों एवं प्रषिक्षण गतिविधियों की मानीटरिंग

कोरिया 22 मई 2021/ कलेक्टर श्री सत्य नारायण राठौर द्वारा पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी, बैकुण्ठपुर एवं मनेन्द्रगढ़ के वनमण्डलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सभी तहसीलदारों सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियो को पत्र के माध्यम से आगामी मानसून में संभावित अतिवृश्टि, बाढ़ आदि प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत व्यवस्था के लिए सभी पुख्ता इंतजाम करने हेतु दिये गये निर्देषों के परिपालन में जिला, उप खण्ड, तहसील एवं ग्राम स्तर पर बाढ़ समिति का गठन कर लिया गया है।
जिला मुख्यालय स्थित कलेक्टोरेट के कक्ष क्रमांक 31 में बाढ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। बाढ नियंत्रण कक्ष का दूरभाष क्रमांक 07836-232330 है। यह नियंत्रण कक्ष आगामी 01 जून से प्रांरभ होगा और यह नियंत्रण कक्ष 24 घण्टे संचालित किया जा रहा है। समिति आपदा प्रबंधन की समस्त कार्यवाहियों की मानिटरिंग के साथ ही समन्वय एवं क्रियान्वयन करेगी। समिति आपदा के समय चेतावनी देगी और विभागों द्वारा की जा रही आपदा संबंधी कार्यवाहियों की विस्तृत जानकारी जिला स्तरीय समिति को देगी। साथ ही समिति आपदा के समय की जा रही तैयारियों एवं प्रषिक्षण गतिविधियों की मानीटरिंग भी करेगी।
कलेक्टर ने बताया कि राज्य षासन के निर्देषानुसार बाढ व बचाव संबंधी जानकारी हेतु फैक्स व दूरभाश अतिरिक्त आवष्यतानुसार ई-मेल बहतमसपम/िहउंपसण्बवउ का भी उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने संभावित आंधी, तूफान, ओलावृश्टि, अग्निदुर्घटना, अतिवृश्टि एवं बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर प्रभावित व्यक्तियों को राहत षिविरों में ठहराने आदि की भी व्यवस्था सुनिष्चित करने के निर्देष दिये हैं।
कलेक्टर द्वारा सभी संबंधित विभाग प्रमुखों को कहा गया है कि वे अपने विभाग से संबंधित कार्य योजना के तथ्यों को यथा समय दुरूस्त कर लें। वर्षामापक केन्द्रों पर स्थापित वर्षामापक यंत्रों का उचित संधारण एवं जानकारी संकलित करने हेतु संबंधित कर्मचारियों को निर्देश जारी करने कहा गया है। पहुंच विहीन क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न सामग्री, नमक, केरोसिन तथा जीवन रक्षक दवाईयों का आवश्यकतानुसार संग्रहण किया जाए। जिले में पेयजल की शुद्धता एवं स्वच्छता हेतु कुओं, हैण्डपंप आदि जल स्त्रोतों के लिए ब्लींचिंग पाउडर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित जाए। नगरीय क्षेत्रों में सभी नाले-नालियों के सफाई की व्यवस्था सतत् रूप से कराते रहें। बाढ़ बचाव संबंधी सभी उपकरण, मोटर बोट्स की मरम्मत कराकर तुरंत उपयोेग हेतु तैयार रखा जाए। जिले में स्थित बांधों तथा बड़ी नदियों को चिन्हांकित कर जल स्तर की सतत् निगरानी रखी जाए एवं जल स्तर के खतरे की निशान में पहुंच की संभावना होने पर तत्काल इसकी सूचना बाढ़ नियंत्रण कक्ष को दी जाए।

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