ऐसे बेवफादार होते हैं
जिला-कोरिया बैकुण्ठपुर में काॅग्रेंस पार्टी के कुछ नेता हैं तो काॅग्रेंसी लेकिन अन्दर ही अन्दर भाजपा का प्रचार कर रहे हैं, वे ऐसे हैं जो पैसे के लालच में कुछ भी करने को तैयार रहते हैं, कहने को कट्टर काॅग्रेंसी कहाऐंगे लेकिन लालच में क्या करें मजबुर जो ठहरे हैं, एक कहावत है की घर का भेदी लंका डाहे, ठीक वैसे ही लोग राजनीति में भी कर रहे हैं, और बहुत ही लोग ऐसा राजनीति करने में लगे हैं चाहे वे किसी भी पार्टी से हो रहते किसी पार्टी में हैं और प्रचार किसी पार्टी का करते हैं ऐसे ही व्यक्तियों की समाज में कोई इज्जत नहीं होती, इसी प्रकार बैकुण्ठपुर में एक व्यक्ति ऐसा है जो कभी कुमार साहब के बहुत करीबी हुआ करता था जिसने कुमार साहब के नाम से पुरे परिवार एवं रिश्तेदारों को बाहर से बुलाकर कोरिया जिला में विकलांगता के आधार पर नौकरी दिलाई और करोड़ों की सम्पती का पद पर रहकर लाभ उठाया, और आज जब कुमार साहब की भतीजी चुनाव मैदान में हैं तो वही व्यक्ति उनके खिलाफ चल रहा है और समाज को भड़का रहा है, समाज में ऐसे व्यक्ति के खिलाफ आवाज उठाई जा रही है, लोगो का कहना है की ऐसा नमक हराम हम लोगो ने नहीं देखा, इसी प्रकार उस व्यक्ति के नजदीकी लोग उसी समाज के वे भी रिश्तेदारी निभाकर कुमार साहब की भतीजी के खिलाफ चल रहें हैं, ऐसे लोगों को समाज और भगवान भी माफ नहीं करेगें, ऐसे लोगों का भविष्य अंधकारमय हो सकता है।