Home आस्था ✍ करीब 50 करोड़ रुपए से अधिक के जेवरातों से श्रृंगार किया...

✍ करीब 50 करोड़ रुपए से अधिक के जेवरातों से श्रृंगार किया जाएगा राधा-कृष्ण का श्रृंगार……..

सुबह भगवान का करीब 50 करोड़ रुपए से अधिक के जेवरातों से श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर के अंदर भक्तों के प्रवेश पर रोक रहेगी

262
0

ग्वालियर। गोपाल मंदिर में श्रीकृष्ण का प्रकटोत्सव 12 अगस्त को मनाया जाएगा। सुबह भगवान का करीब 50 करोड़ रुपए से अधिक के जेवरातों से श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर के अंदर भक्तों के प्रवेश पर रोक रहेगी। इस दौरान मंदिर के बाहर 4 एलईडी लगाई जाएगी। जिनसे भक्त भगवान के दर्शन कर सकेंगे। साथ ही फेसबुक पर भक्त लाइव प्रसारण देख सकेंगे।

सात लड़ी का हार, जिसमें 62 असली मोती और 55 पन्ना लगे हैं। श्रीकृष्ण का रत्न जड़े सोने का मुकुट पहनाया जाएगा। राधा रानी का मुकुट जिसमें पुखराज और माणिक रत्नों से जड़ित पंख लगे हैं। इसमें कहीं-कहीं पन्ना भी लगा है। इस मुकुट का वजन तीन किलो है, जबकि इसमें पन्ना का वजन 16 ग्राम है। राधा रानी के झुमके, सोने की नथ, कंठी, चूड़ियां, कड़े आदि हैं। भगवान के भोजन करने के लिए सोने व चांदी के बर्तन हैं। इसमें सोने व चांदी की थाली, कटोरी, गिलास आदि शामिल हैं। इसके अलावा समई, इत्रदान, पिचकारी, धूपदान, चलनी, सांकड़ी, छत्र, मुकुट, गिलास, कटोरी, कुभकारिणी, निरंजन भी हैं।

जन्माष्टमी पर्व पर सनातनधर्म मंदिर में भगवान का अभिषेक किया जाएगा। इस दौरान गर्भगृह में सिर्फ पुजारी मौजूद रहेंगे। आकर्षक विद्युत सजावट और फूलों से मंदिर को सजाया जाएगा। कोरोना महामारी के चलते इस साल भक्तों माखन मिश्री का प्रसाद इस साल नहीं बांटा जाएगा। मंदिर के बाहर बेरिकेड्स लगाए जाएंगे, जिससे मंदिर के अंदर भीड़ नहीं हो सके। भक्त अपने आराध्य का दर्शन कर सकें इसके लिए दो एलईडी लगाई जाएंगी। साथ ही भगवान की पूजा आदि का प्रसारण फेसबुक के माध्यम से लाइव भक्तों को दिखाया जाएगा।

अचलेश्वर महादेव मंदिर पर भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भक्तिभाव के साथ 12 अगस्त को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान का श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर में भक्तों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। भक्त बाहर से ही भगवान के दर्शन कर सकेंगे। साथ ही मंदिर पर आकर्षक लाइटिंग की जाएगी।

जनकगंज स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर में 11 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जा रही है। जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर सोमवार को मंदिर पर फूल बंगला सजाया गया। मंदिर में लक्ष्मीनारायण भगवान का फूलों से श्रृंगार किया गया। भगवान के लिए मोगरों के फूलों से विशेष वस्त्र तैयार किए गए। मंदिर में सुरक्षित शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए प्रवेश दिया जाएगा। मंगलवार को भगवान को दूध माखन का भोग लगाया जाएगा। साथ ही रात को 12 बजे भगवान का प्रकटोत्सव मनाया जाएगा। भक्त भगवान के प्रकटोत्सव के दर्शन लक्ष्मीनारायण मंदिर की फेसबुक पेज पर जाकर भी कर सकते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here