सोंईकलां, श्योपुर। पाली पुल से शनिवार दोपहर एक युवक चंबल नदी में कूद गया। चप्पल गिरने की बात कहकर बीच पुल पर बाइक रुकवाई और सीधे चंबल में छलांग लगा दी। युवक की तलाश में गोताखोर व ग्रामीणों के साथ सामरसा चौकी की पुलिस लगी हुई है लेकिन, शाम तक उसका कहीं पता नहीं चला। बीते 7 दिन में यह दूसरी घटना है जब कोई नौजवान आत्महत्या के लिए पाली पुल से चंबल में कूद गया।
तरदा गांव के 25 वर्षीय रामलखन पिता रामस्वरूप रजक की आठ दिन से मानसिक हालत खराब थी। शनिवार की दोपहर 3 बजे रामलखन का छोटा भाई गोलू रजक और गांव का एक अन्य युवक उसे सवाई माधौपुर में डॉक्टर के पास ले जा रहे थे। बहराउंडा गांव पहुंचते ही रामलखन ने चिल्लाना शुरू कर दिया और खुद को पूरी तरह स्वस्थ बताने लगा।
बीच रास्ते में चिल्लाते रामलखन की हालत देखकर भाई उसे वापस गांव लेकर आने लगा। तीनों बाइक पर थे और बीच में रामलखन बैठा था। दोपहर3.30 बजे के करीब जैसे ही बाइक पाली पुल पर आई तो रामलखन ने चप्पल गिरने की बात कहकर बाइक रुकवाई। बाइक रूकते ही वह तेजी से उतरा और पुल की रेलिंग पर चढ़कर चंबल नदी में छलांग लगा दी।
आठ दिन पहले बोला मुझे तो मरना है रामलखन आरसीसी भवनों की छत में सेंटरिंग लगाने का काम करता था। पिछले कुछ महीनों से उसका काम मंदा चल रहा था और इस बीच उसकी मानसिक हालत बिगड़ने लगी। ग्रामीणों ने बताया कि 8 दिन पहले उसने शराब पी ली और नशे की हालत में कहता रहा कि उसे तो मरना है।