भोपाल । मध्य प्रदेश में तेजी से पैर पसार रही कोरोना महामारी के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शनिवार को इससे संक्रमित हो गए। मुख्यमंत्री ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। दोपहर बाद उन्हें भोपाल के कोविड-19 चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर पॉजिटिव होने की सूचना देते हुए संदेश दिया कि पिछले दिनों जो-जो लोग उनके संपर्क में आए हैं, वह भी अपनी जांच करवा लें। उल्लेखनीय है कि शिवराज सिंह चौहान संक्रमित होने वाले देश के पहले मुख्यमंत्री हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्यपाल लालजी टंडन के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए प्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया, मप्र भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा व प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत के साथ पिछले दिनों लखनऊ प्रवास पर गए थे। वहां से लौटने के बाद कैबिनेट मंत्री भदौरिया कोरोना पॉजिटिव पाए गए, जबकि शर्मा और भगत की रिपोर्ट शुक्रवार को निगेटिव आई थी।
चौहान के पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार शाम को मंत्रालय से लौटने के बाद मुख्यमंत्री को कुछ असहज देखा गया था। इसके बाद हल्की खांसी आने पर उन्होंने डॉक्टर से परामर्श किया और कोरोना वायरस की जांच के लिए सैंपल दिया। शनिवार सुबह 11 बजे के लगभग रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई।
मुख्यमंत्री के नजदीकी सूत्रों को आशंका है कि सहकारिता मंत्री भदौरिया के संपर्क में आने से मुख्यमंत्री कोरोना के चपेट में आए हैं। मध्य प्रदेश के सरकारी विमान से लखनऊ जाते समय शिवराज सिंह चौहान प्रदेशाध्यक्ष शर्मा दाहिनी ओर आमने-सामने बैठे थे। वहीं, बाईं ओर मंत्री भदौरिया और भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत आमने-सामने बैठे थे, लेकिन लखनऊ में जब मीडिया ने मुख्यमंत्री से संवाद किया तब उनके ठीक बाजू में भदौरिया ही खड़े थे। फिलहाल प्रशासन यही मान रहा है कि भदौरिया के साथ ही उनका सर्वाधिक नजदीकी संपर्क हुआ है। भदौरिया कोरोना पॉजिटिव होने के बाद चिरायु अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने शनिवार को भी जनप्रतिनिधियों से अपनी मुलाकात सहित अन्य कार्यक्रम तय किए थे। मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक दोपहर तीन बजे मुख्यमंत्री मंत्रालय में कई विधायकों सहित अन्य नेताओं से मुलाकात करने वाले थे। शाम चार बजे कोरोना की समीक्षा बैठक बुलाई गई थी। सवा पांच बजे से राज्य ग्रामीण सड़क कनेक्टिविटी योजना की निरंतरता को लेकर बैठक होनी थी। चौहान शाम सवा छह बजे मुख्यमंत्री कार्यालय के सारे अधिकारियों के साथ चर्चा करने वाले थे।
गुरुवार और शुक्रवार दो दिनों तक मुख्यमंत्री ने प्रदेश के मंत्रियों के साथ वन-टू-वन बात की। इस दौरान कई मंत्री ऐसे थे, जिन्होंने मास्क तो पहने हुए थे लेकिन मुलाकात के दौरान नीचे कर दिए थे। इस मुलाकात में मुख्यमंत्री ने भी अपना मास्क नीचे खिसका लिया था। सीएम से मुलाकात के वक्त कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, विश्वास सारंग, बृजेंद्र प्रताप सिंह, तुलसीराम सिलावट, कमल पटेल, भारत सिंह कुशवाहा, इंदर सिंह परमार, दत्तीगांव ने मास्क की गाइडलाइन का पालन नहीं किया था। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बातचीत के दौरान मास्क लगाया हुआ था, लेकिन बीच में उन्होंने भी अपना मास्क नीचे कर दिया था। मंत्री हरदीप सिंह डंग और डॉ. मोहन यादव दो मंत्री ऐसे थे जिन्होंने बातचीत के दौरान पूरे वक्त मास्क पहने रखा था।
मुख्यमंत्री के संक्रमित होने के बाद कई मंत्रियों, विधायकों, नेताओं सहित अधिकारियों ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया है। मुख्यमंत्री से प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने शुक्रवार को देर शाम तक फाइलें मंजूर कराई थीं। लिहाजा, वे मंत्रालय से घर चले गए हैं और होम क्वारंटाइन हो गए हैं। इसी तरह मुख्यमंत्री के सचिव एम सेल्वेंद्रन, उप-सचिव मनीष पांडे भी होम क्वारंटाइन हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, “मैं 25 मार्च से प्रत्येक शाम को कोरोना की समीक्षा बैठक करता रहा हूं। यथासंभव अब वीडियो कांफ्र्रेंसिंग से यह समीक्षा करने का प्रयास करूंगा। मेरी अनुपस्थिति में यह बैठक प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह, स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी करेंगे। “
मुख्यमंत्री ट्वीट में कहा…..
“मैं कोरोना पॉजिटिव हो गया हूं। मेरी सभी साथियों से अपील है कि जो भी मेरे संपर्क में आए हैं, वह अपना कोरोना टेस्ट करवा लें। मेरे निकट संपर्क वाले क्वारंटाइन में चले जाएं। मैं कोरोना गाइड लाइन का पूरा पालन कर रहा हूं। डॉक्टर की सलाह के अनुसार स्वयं का क्वारंटाइन करूंगा और इलाज कराऊंगा। मेरी प्रदेश की जनता से अपील है कि सावधानी रखें, जरा-सी असावधानी कोरोना को निमंत्रण देती है। मैंने कोरोना से सावधान रहने के हरसंभव प्रयास किए, लेकिन समस्याओं को लेकर लोग मिलते ही थे। कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। इसका समय पर इलाज होता है तो यह बिलकुल ठीक हो जाता है। आप सब सावधान रहें, सुरक्षित रहें और गाइड लाइन का पालन जरूर करें।