लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने दूसरे राज्यों में फंसे अपने श्रमिकों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाने का फैसला किया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक में कहा, प्रदेश से बाहर काम करने वाले और वहीं फंसे रह गए प्रदेशवासियों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाएंगे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योजना तैयार करने, प्रवासी कामगारों की सूची बनाने का आदेश दिया. उत्तर प्रदेश सरकार राज्य की सीमा से ही प्रवासियों को घर भेजने के लिए बसों का इस्तेमाल करेगी. कामगार क्वारैन्टाइन सेंटर भेजे जाएंगे, या घरों पर ही क्वारैन्टाइन किए जाएंगे.गौरतलब है कि इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार लॉकडाउन के दौरान राजस्थान के कोटा में फंसे अपने छात्रों को विशेष बसों के जरिए वापस बुलवा चुकी है. हालांकि राज्य सरकार के इस फैसले का नीतीश कुमार और हेमंत सोरेन जैसे मुख्यमंत्रियों ने यह कहते हुए विरोध जताया था कि छात्रों को वापस लाने के लिए विशेष बसें भेजी जाती हैं लेकिन मजदूरों के लिए कोई कुछ नहीं करता. नीतीश कुमार ने तो यहां तक कहा था कि ऐसा कराना लॉकडाउन को कमजोर करना है.
कोरोना वायरस संक्रमण और इसे लेकर जारी लॉकडाउन के मौजूदा दौर में राजस्थान के कोटा से कोचिंग के छात्रों का अपने गृह राज्यों के लिए रवाना होने का सिलसिला जारी है. शुक्रवार को असम और हरियाणा के 1200 से अधिक छात्र-छात्राएं अपने राज्यों के लिए बसों से रवाना हुए. इन छात्र-छात्राओं को 49 बसों से रवाना किया गया. कोटा से असम के लिए 18 बसों से 389 कोचिंगों के छात्र-छात्राएं रवाना हो गए.