इंदौर में लगातार सामने आ रहे कोरोना पॉजिटिव मामलों को लेकर प्रशासन सख्त हो गया है. कलेक्टर ने अगले 2 दिनों (30-31 मार्च) के लिए संपूर्ण लॉकडाउन जिले में लागू कर दिया है. इस दौरान सिवाय मेडिकल शॉप के कोई दुकान नहीं खुलेगी. दो दिन किराना, डेयरी, सब्जी सबकी सप्लाई बंद रहेगी.
मध्यप्रदेश में अब तक कुल 39 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं, जिसमें सबसे ज्यादा केस इंदौर से सामने आए हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर मनीष सिंह ने ये कड़ा कदम उठाया है.
वहीं, जरूरी चीजों की सप्लाई बंद करने के फैसले को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गलत बताया है. कमलनाथ ने कहा कि दूध की सप्लाई बंद करने का फैसला बेहद आपत्तिजनक है. जनहित में इस फैसले को तत्काल बदला जाए.
कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, ‘शिवराज जी, प्रदेश में कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन का सख्ती से पालन हो, इसमें किसी को गुरेज नहीं है. लेकिन इंदौर में जिस प्रकार से दूध की सप्लाई को भी बंद करने का निर्णय लिया गया है वो बेहद ही आपत्तिजनक है. दूध-दवाई आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में आते हैं.’
आगे उन्होंने कहा, ‘देशभर में आवश्यक वस्तुओं पर कोई रोक नहीं है. इस निर्णय से उन बच्चों, बुजुर्गों, मरीजों का क्या होगा जो दूध पर ही आश्रित हैं ? उन पशु पालकों के बारे में भी सोचें, जो पूर्व से ही दोहरी मार झेल रहे हैं. जनहित में इस निर्णय को तत्काल बदला जाए’