रायपुर। कुशाभाऊ ठाकरे वार्ड के दलदल सिवनी में 250 लोग पीलिया की चपेट में आ गए और तीन लोगों की मौत गई तब नगर निगम के अधिकारियों की नींद टूटी। यहां नालियों से होकर गुजरी पाइप लाइन को बदलने के लिए निगम के अफसरों ने कोई कदम नहीं उठाया। अमृत मिशन के तहत लीकेज पाइप लाइन को बदला जाना था। यहां घरों में गंदा पानी आने की शिकायत कोई नया मामला नहीं है।
यहां लोग करीब पांच साल से गंदा पानी पीने को मजबूर है। निगम के अधिकारियों के पास शिकायत करने पर सिर्फ आश्वासन मिलता रहा। लोगों को जिंदगी गंवानी पड़ी, पर निगम के अधिकारियों की छोड़िए, जनप्रतिनिधियों तक की दिल नहीं पसीजा। आखिकार इस बार 250 लोगों को पीलिया ने चपेट में ले लिया। सिर्फ दलदल सिवनी में 5000 हजार से अधिक लोगों के घर नल से गंदा पानी पहुंच रहा है।
दलदल सिवनी में बुधवार को महापौर एजाज ढेबर और निगम के अधिकारी पहुंचे थे। वार्डवासियों ने उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई। लोगों ने उन्हें बताया कि नालियों की सफाई तक नहीं होती। नल का पानी पीने को लोग डर रहे हैं। दहशत में हैं कि कहीं वे भी पीलिया की चपेट में न आ जाएं। दो माह पूर्व भी नल से गंदा पानी आने की शिकायत आयुक्त से की गई थी, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। महापौर ने मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश दिया कि नालियों से गुजरी पाइप लाइन बदली जाए।