रायपुर। छत्तीसगढ़ के आसमान पर छाए चक्रवातीय घेरे के चलते पिछले तीन दिनों से राज्य के मौसम का मिजाज बदला हुआ है। उत्तर छत्तीसगढ़ से होते हुए चक्रवात का प्रभाव राजधानी रायपुर तक पहुंच गया है। इसके प्रभाव से पिछली रात और आज सुबह राजधानी रायपुर, बिलासपुर, बलरामपुर, धमतरी, राजनांदगांव, दंतेवाड़ा सहित कई जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। राजधानी रायपुर में बारिश के अलावा राजधानी से सटे समलेश्वर में सुबह बारिश के साथ ओले भी गिरे।
रातभर रायपुर सहित प्रदेश के विभिन्न् हिस्सों में जमकर ओलावृष्टि और बारिश हुई। भोर में बारिश थमने के बाद सुबह 6 बजे से फिर हल्की बारिश हुई। अभी आसमान में बदल छाए हुए है। बारिश का सिस्टम पूरे दिनभर बने रहने की संभावना है। मंगलवार की सुबह न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। जबकि सोमवार की शाम 18 डिग्री सेल्सियस था। हवा की चाल अभी 8 किलोमीटर प्रति घण्टा है। ऐसे में शीतलहर की आशंका मौसम विभाग ने जताई है। 48 घण्टे में बारिश का सिस्टम छत्तीसगढ़ के साउथ की ओर जाने लगा है।
मौसम विभाग के मुताबिक अभी चक्रवात साउथ छत्तीसगढ़ के ऊपर 900 मीटर पर बना हुआ है। दूसरा चक्रवात दक्षिण-पश्चिम मध्यप्रदेश के ऊपर 1.5 किलोमीटर बना है। चौथा चक्रवाती घेरा पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर 9 किलोमीटर पर अभी मौजूद है। इसके साथ ही मध्य छत्तीसगढ़ में पूर्वी और साउथ सिस्टम के मिलन के कारण पूरे उत्तर और मध्य छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
ओला और बारिश से गेंहू और सब्जी के फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। लिहाजा सब्जियों की कीमतों में भी उछाल आएगा।
प्रदेश के उत्तरी इलाकों में तेज बारिश और ओलावृष्टि से आम जनजीवन प्रभावित है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आने वाले दिनों में भी ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी। इसके लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। सरगुजा संभाग में अम्बिकापुर, बलरामपुर, जशपुर, बस्तर संभाग में कोंडागांव, दुर्ग संभाग में बेमेतरा, कवर्धा और पेंड्रा सहित बिलासपुर संभाग के कई इलाकों में तेज बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है।