इंदौर/लखनऊ देश के तीन ज्योतिर्लिंगों को जोड़ने वाली निजी ट्रेन काशी-महाकाल एक्सप्रेस सुविधाओं के मामले में देश की विशेष ट्रेन होगी। इसमें पहली बार बोगी के अंदर की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी को लाइन मॉनीटरिंग सिस्टम से जोड़ा गया है। तेजस की तर्ज पर इसमें भी यात्रियों को मनोरंजन की सुविधा मिलेगी। काशी-महाकाल एक्सप्रेस में हर यात्री को एयरलाइंस की तर्ज पर ट्रॉली से खाना परोसा जाएगा। जायका भी समय-समय पर बदलता रहेगा। वाराणसी की कचौड़ी और इंदौर का पोहा शाकाहारी खाने का स्वाद बढ़ाएगा। हर बोगी में कॉफी व चाय की वेंडिंग मशीन होगी। बिना कोई चार्ज दिए नि:शुल्क ही यात्री कॉफी व चाय का आनंद उठा सकेंगे। यह देश की तीसरी कॉरपोरेट सेक्टर की ट्रेन होगी।
काशी महाकाल एक्सप्रेस के यात्रियों के लिए सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। दोनों गेट के पास चार और गैलरी में दो सीसीटीवी लगेंगे। यात्रियों पर नजर रखने के लिए बोगी में ही अटेंडेंट के पास लाइव मॉनीटर होगा। हर बोगी की साइड लोअर बर्थ में दो सीटों के कम अंतर के कारण होने वाली कठिनाई दूर कर उनको आरामदायक बनाया गया है। ट्रेन रद होने पर यात्रियों को अपना टीडीआर भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उनका रिफंड स्वत: खाते में आ जाएगा। खानपान सुविधा व ऑन बोर्ड सेवा के लिए प्रोफेशनल कर्मचारियों की तैनाती होगी।
यह ट्रेन वाराणसी के काशी विश्वनाथ, उज्जैन में महाकालेश्वर और इंदौर के पास ओंकारेश्वर को जोड़ेगी। साथ ही प्रयागराज का त्रिवेणी संगम, लखनऊ का बड़ा इमामबाड़ा, कानपुर का इंडस्ट्रियल एरिया, इंदौर का राजवाड़ा और कांच मंदिर भी जुड़ जाएगा।