इंदौर। वाहन चेकिंग के दौरान विवाद होने पर मंगलवार रात कुछ युवकों ने एसआई की जमकर पिटाई कर दी। हंगामे की सूचना पर सीएसपी और टीआई भी मौके पर पहुंचे और समझाइश देते रहे। युवक खुद को मंत्री जीतू पटवारी के भाई के समर्थक बता रहे थे। मारपीट में एसआई को कान में चोट आई है। उन्होंने मेडिकल करवाकर रोजनामचे में रिपोर्ट लिखी है। घटना जूनी इंदौर थाना क्षेत्र स्थित गुलजार कॉलोनी चेकिंग पॉइंट पर रात करीब 10.30 बजे की है। एसआई प्रदीप यादव, प्रधान आरक्षक अनार सिंह व आरक्षक बाबूलाल साहू वाहन चेकिंग कर रहे थे। पुलिसकर्मियों ने माणिकबाग ब्रिज की ओर से आ रही बगैर नंबर की बाइक रोकी। एसआई ने बाइक के पेपर मांगे और चालान बनाने पर अड़ गए।
बाइक सवार युवक विवाद करने लगे और एक ने फोन कर बिजलपुर से अपने साथियों को बुलवा लिया। कुछ देर बाद जूनी इंदौर थाना टीआई देवेंद्रकुमार चंद्रवंशी का एसआई यादव के पास फोन आया और कहा बाइक (बगैर नंबर वाली) छोड़ दें। एसआई ने नाराजगी व्यक्त करते हुए युवकों से कहा बाइक ले जाने को कहा।
युवकों को एसआई का लहजा नागवार गुजरा और उन्होंने अपने साथियों को फोन कर यह बात बताई। इसके बाद आठ-दस युवक वहां पहुंचे और खुद को मंत्री जीतू पटवारी के भाई का समर्थक बताते हुए मारपीट शुरू कर दी। एसआई सफाई देने लगे और अभद्रता का वीडियो बनाने लगे तो उनका मोबाइल भी छीनकर फेंक दिया। मारपीट में एसआई के कान से खून निकलने लगा। उन्होंने वायरलेस सेट पर सूचना दी तो टीआई देवेंद्रकुमार चंद्रवंशी और सीएसपी दिशेष अग्रवाल मौके पर पहुंच गए। वे भी मौके पर मौजूद युवकों को समझाते रहे।
पटाई के कारण एसआई प्रदीप यादव की तबीयत बिगड़ गई। वे थाने आए और केस दर्ज कराने पर अड़ गए। रोजनामचे में भी रिपोर्ट लिख दी। कान से खून निकलने पर अफसरों ने आनन-फानन में उनका मेडिकल कराया। बाद में एसआई लिखित आवेदन देकर देर रात घर आ गए। एसआई के मुताबिक अफसरों ने कहा है कि ‘घटना को भूल जाओ। पुलिस की नौकरी में ऐसा होता रहता है।’ डीआईजी रुचिवर्धन मिश्र के मुताबिक, वाहन चेकिंग में विवाद हुआ था। बड़ी बात नहीं है। एसआई ने शिकायत से भी इनकार कर दिया।