छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और ग्राम पंचायतों में अचार संहिता लग चुकी है। उम्मीदवार अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। जिसमें कुछ लोग जिनके ऊपर पूर्व से कलेक्टर के पास शिकायत की प्रक्रिया है एवं 420 के मामले विचाराधीन हैं व उनके नाम से दो-दो जिले में फर्जी मामले की शिकायत लगी है फिर भी पद पर रहकर वे अपने पद का दुरूपयोग कर रहे हैं। चाहे सत्ता कांग्रेस की हो या बी.जे.पी की ऐसी स्थिति में कलेक्टर को भ्रमित करके अपनी उम्मीदवारी पेश करते हैं । इनके विरूद्ध कलेक्टर के ऊपर जनहित याचिका दायर ना हो जाए।