सोनहत– विकासखंड सोनहत के ग्राम पंचायत अकलासरई में वन परिक्षेत्र देवगढ़ से अवैध रूप से मजदूर लगाकर लाखों रुपए के चेकडैम धड़ल्ले से बन रहे हैं इस संबंध में जब कार्यस्थल पर मौजूद मेट से पूछा गया तो जवाब मिला कि सरपंच सचिव के निर्देश पर बोल्डर निकाला जा रहा है और सरपंच महोदय ने कहा कि जनहित के काम में सब कुछ चलता है, तो वहीं रोजगार सहायक से संपर्क करने पर पता चला कि वन परिक्षेत्र से उक्त बोल्डर,गिट्टी का उत्खनन रेंजर साहब से परमिशन लेकर कराया जाता है, तो वहीं रेंजर साहब ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि मैंने कोई इजाजत नहीं दी है पर उक्त अवैध निर्माण को न तो बंद कराया गया और न ही कोई कार्रवाई की गई, अब सवाल है कि जब जंगल से बोल्डर लगा कर बोल्डर चेकडैम, गेब्रियन स्ट्रक्चर आदि का निर्माण किया जाता है तो परिवहन के नाम पर लाखों के बिल क्यों लगाये जाते है।
इस संबंध में जब कार्यक्रम अधिकारी महोदय से बात की गई तो उन्होंने कहा कि नाला यदि जंगल में होगा तो बोल्डरचेकडैम वहीं बनेगा और उसके लिए बोल्डर भी जंगल से लाया जाएगा और परिवहन का बिल लगेगा अब यहां भी सवाल वही है जब मनरेगा से बाकायदा मजदूर लगा कर जंगल से बोल्डर उठवाया जाता है तो फिर लाखों के बिल सिर्फ परिवहन के नाम पर लगा कर राशि आहरण की जाती है।
और ये सिर्फ इसी कार्य में नहीं इससे पहले भी जितने भी कार्य जल संग्रहण के संबंध में पंचायत के द्वारा कराए गए हैं सबमें इसी तरह भ्रस्टाचार हुआ है और बिल भी किसी और के नहीं बल्कि यहां के सचिव महोदय के भाई साहब के नाम पर वो भी लाखों में।